मध्यप्रदेश: मोदी ने इंदौर में बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इंदौर में गोबर धन (बायो सीएनजी) प्लांट का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने देवी अहिल्या बाई के सेवा भाव और नमकीन से लेकर इंदौर के ट्रेंचिंग ग्राउंड को ग्रीन जोन बनाने तक का जिक्र किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर में बने गोबर धन यानी बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने इंदौर की दिल से तारीफ की। देवी अहिल्या बाई होलकर के सेवा भाव से लेकर सेव के शौकीन होने और ट्रेंचिंग ग्राउंड को ग्रीन जोन में तब्दील करने तक का जिक्र किया।

देवी अहिल्या बाई का सेवा भाव
मोदी ने कहा कि “हम जब छोटे थे, पढ़ते थे, तब इंदौर का नाम आते ही देवी अहिल्या बाई होलकर, महेश्वर और उनके सेवा भाव का ध्यान जरूर आता था। समय के साथ इंदौर बदला। ज्यादा अच्छे के लिए बदला। देवी अहिल्या जी की प्रेरणा को इंदौर ने कभी भी खोने नहीं दिया। इंदौर का नाम आते ही आज मन में स्वच्छता आती है। जितने अच्छे इंदौर के लोग हैं, उतना ही अच्छा उन्होंने अपने शहर को बना दिया है।

मोदी ने इंदौर की दिल से तारीफ की।

सेव के शौकीन नहीं, सेवा करना भी आता है
मोदी ने कहा- “आप सिर्फ सेव के शौकीन नहीं है। इंदौर के लोगों को अपने शहर की सेवा करना भी आता है। आज का दिन स्वच्छता के लिए, इंदौर के अभियान को एक नई ताकत देने वाला है।”

गोबर धन यानी बायो सीएनजी प्लांट में सजावट की गई।

काशी में भी इंदौर वालों को अपने शहर पर गर्व होगा
मोदी ने इस दौरान अपने संसदीय क्षेत्र का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “आज मैं इंदौर की इतनी प्रशंसा कर रहा हूं तो अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का जिक्र भी करूंगा। मुझे खुशी है कि काशी विश्वनाथ धाम में देवी अहिल्या बाई होल्कर जी की बहुत सुंदर प्रतिमा रखी गई है। इंदौर के लोग जब बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने जाएंगे, तो वहां देवी अहिल्या बाई की मूर्ति के दर्शन भी कर सकेंगे। आपको इससे अपने शहर पर और भी गर्व होगा।

सीएम शिवराज भी वर्चुअल रूप से जुड़े।

सुमित्रा महाजन, शिवराज और लालवानी की तारीफ
मोदी ने इस दौरान 30 वर्षों तक इंदौर का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने वाली पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी टीम के सदस्यों की तारीफ करना चाहूंगा, जो उन्होंने इतने कम समय में इस प्लांट को संभव बनाया। सुमित्रा ताई का भी आभार व्यक्त करना चाहूंगा, जिन्होंने इंदौर की पहचान को नई ऊंचाई तक पहुंचाया। मौजूदा सांसद शंकर लालवानी भी उनके नक्शे-कदम पर इंदौर को आगे बढ़ाने, बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं।

लोकार्पण के लिए प्लांट को सजाया भी गया था।

इंदौर का प्लांट दूसरे शहरों को प्रेरणा देगा
मोदी ने कहा कि “शहर के कचरे और पशुओं के कचरे से गोबर धन और गोबरधन से स्वच्छ ईंधन। स्वच्छ ईंधन से स्वच्छ पर्यावरण। यह जीवन धन का निर्माण करता है। इस शृंखला की प्रत्येक कड़ी एक-दूसरे से जुड़ी हुई है। इंदौर का यह गोबर धन प्लांट दूसरे शहरों को प्रेरणा देगा। दो वर्षों में 75 बड़े नगर निकायों में इस प्रकार के बायो सीएनजी प्लांट बनाने का काम किया जा रहा है। यह अभियान भारत के शहरों को स्वच्छ बनाने, प्रदूषण रहित बनाने, क्लीन एनर्जी की दिशा में बहुत मदद करेगा।

देश का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट देश के सबसे स्वच्छ शहर में बना है।

सीएनजी से इंदौर में प्रदूषण कम होगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि “शहरों में ही नहीं गांवों में भी गोबर गैस बायो प्लांट लगाए जा रहे हैं। इससे पशु पालकों को गोबर से अतिरिक्त आय मिलनी शुरू हुई है। गांव-देहात को बेसहारा जानवरों से जो दिक्कत होती है, वह भी गोबर धन प्लांट से कम हो जाएगी। ये सारे प्रयास भारत के क्लाइमेट कमिटमेंट को पूरा करने में मदद करेंगे। गोबरधन योजना यानी कचरे से कंचन बनाने का हमारा अभियान है। गोबर धन बायो सीएनजी प्लांट से इंदौर को प्रतिदिन 17 से 18 हजार किलो बायो सीएनजी प्लांट मिलेगी तो इससे प्रदूषण कम होगा।

गीले कचरे के निपटान हेतु 550 मीट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता के बायो सीएनजी प्लांट को स्थापित किया गया है।

ग्रीन जॉब्स बढ़ाने में मददगार होगा यह प्लांट
पीएम ने कहा कि “इस प्लांट में जो जैविक खाद बनेगी, उससे हमारी धरती मां को भी नया जीवन मिलेगा। हमारी धरती का कायाकल्प होगा। एक अनुमान है कि इस प्लांट में जो सीएनजी बनेगी, उससे इंदौर शहर में हर रोज करीब-करीब 400 बसें चलाई जा सकेंगी। इस प्लांट से सैकड़ों युवाओं को किसी न किसी रूप से रोजगार भी मिलने वाला है। यह ग्रीन जॉब्स बढ़ाने में भी मददगार होगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंदौर में बने एशिया के सबसे बड़े गोबर धन प्लांट का वर्चुअली लोकार्पण किया।

डम्प साइट को ग्रीन ज़ोन बना दिया
मोदी ने कहा कि “बीते सात वर्षों में हमारी सरकार ने जो योजनाएं बनाई हैं। वह योजनाएं स्थायी समाधान देने वाली होती है। हमारा फोकस शहरों को कूड़े के पहाड़ों से मुक्त करने का है। इंदौर एक बेहतरीन मॉडल बनकर उभरा है। नया प्लांट जहां लगा है, वहां पास ही देव गुराड़िया में कूड़े का पहाड़ होता था। हर इंदौरवासी को इसस दिक्कत थी। इंदौर नगर निगम ने 100 एकड़ की डम्प साइट को ग्रीन ज़ोन में बदल दिया है। आज देशभर के शहरों में लाखों टन कूड़ा दशकों से ऐसे ही हजारों एकड़ जमीन को घेरे हुए है। स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण में लक्ष्य यह है कि दो-तीन वर्षों में कूड़े के इन पहाड़ों से हमारे शहरों को मुक्ति मिल सके। उन्हें ग्रीन जोन में बदला जा सके।

पीएम वर्चुअली रूप से जुड़े और लोकार्पण किया।

इंदौर की सफाई देखने आते हैं लोग
मदोी ने कहा कि 2014 की तुलना में शहरी कूड़े के निसरण की क्षमता चार गुना तक बढ़ चुकी है। सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति दिलाने के लिए 1600 से अधिक निकायों में मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी भी तैयार हो रही है। स्चव्छ होते शहर से नई संभावना जन्म लेती है। जब शहर स्वच्छ होंगे, तो दूसरी जगह से लोगों को आने का मन करेगा। कितने ही लोग तो केवल यह देखने इंदौर आते हैं कि यहां सफाई में क्या काम हुआ है। जहां स्वच्छता होती है, पर्यटन होता है। पूरी नई अर्थव्यवस्था चल पड़ती है।

इसकी लागत 150 करोड़ रुपये है और अगस्त 2020 में निर्माण शुरू हुआ था।

इंदौर बना वाटर प्लस सिटी
पीएम ने कहा कि हाल ही में इंदौर ने वाटर प्लस होने की उपलब्धि हासिल की है। यह अन्य शहरों को दिशा देने का काम करेगा। जहां जल स्रोत साफ होते हैं। नाले का गंदा पानी उनमें नहीं गिरता, तो एक अलग ही जीवंत ऊर्जा उस शहर में आ जाती है। सरकार का प्रयास है कि भारत के ज्यादा से ज्यादा शहर वाटर प्लस बने। इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण पर जोर दिया जा रहा है। एक लाख से कम आबादी वाले नगर निकायों में गंदे पानी के ट्रीटमेंट की सुविधाएं बढ़ाई जा रही है।

करीब 15 एकड़ में फैलाे इस बायो सीएनजी प्लांट में 550 टन गीले कचरे से 17500 किलो बायो सीएनजी तैयार होगी।

लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट
मोदी ने कहा कि हम अपने युवाओं, बहनों, सफाई कर्मचारियों पर अटूट भरोसा करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। भारत के युवा नए टेक्नोलॉजी, इनोवेशन के साथ जनजागरण में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इंदौर की जागरुक बहनों ने कूड़े के प्रबंधन को अलग मुकाम पर पहुंचा दिया है। कूड़े को छह हिस्सों में अलग-अलग किया जा रहा है। इससे कूड़े की प्रोसेसिंग और रीसाइकलिंग ठीक से हो सकती है। किसी भी शहर के लोगों की यही भावना, यही प्रयास, स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में मददगार साबित होंगे। स्वच्छता के साथ-साथ रीसाइकिलिंग के संस्कारों को सशक्त बनाना देश की बड़ी सेवा है। यही तो लाइफ (LIFE) यानी लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट का दर्शन है। जीवन जीने का तरीका है।

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