चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले में राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (RJD Supremo Lalu Prasad Yadav) की सजा का ऐलान सोमवार को होना है। पक्ष-विपक्ष दोनों की नजरें कोर्ट पर टिकी हैं। उनके समर्थक और कार्यकर्ता प्रार्थना कर रहे हैं कि उनकी सकुशल रिहाई हो जाए। इसके लिए उनके पैतृक गांव गोपालगंज जिले के फुलवरिया स्थित पंच मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। रविवार को ग्रामीणों ने देवी-देवताओं की पूजा कर उनकी सकुशल रिहाई की प्रार्थना की। पंच मंदिर की स्थापना राजद सुप्रीमो ने ही कराई थी। लालू प्रसाद जब भी फुलवरिया आते हैं तो यहां पूजा-अर्चना जरूर करते हैं।

लालू प्रसाद ने ही कराई थी मंदिर की स्थापना
लालू प्रसाद को कम से कम सजा मिले इसके लिए गांव के हर वर्ग के लोग पूजा में जुटे हैं। लालू प्रसाद ने पूरी निष्ठा से मंदिर बनवाया था। इसमें माता दुर्गा के साथ भगवान श्रीराम, उनके परम भक्त हनुमानजी, देवाधिदेव महादेव की प्रतिमाएं स्थापित हैं। इस मंदिर में गांंव के लेाग भी नियमित पूजा-अर्चना करते हैं। इसमें उनके स्वजन व समर्थक पूजन और हवन कर रहे हैं। देवी-देवताओं से गुहार लगाई जा रही है कि लालू प्रसाद को कम से कम सजा मिले। वे पूरी तरह स्वस्थ रहें।
डोरंडा कोषागार से फर्जी निकासी का मामला
मंदिर के पुजारी दयाशंकर पांडेय ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-आराधना संपन्न कराई। मौके पर नीतीश यादव, लवकुश यादव, सुदर्शन यादव, अभय कुमार, रामाजी यादव, राकेश गुप्ता, पप्पू यादव, दीपक यादव तथा मिथिलेश यादव के अलावा कई ग्रामीण मौजूद रहे। गौरतलब है कि डोरंडा कोषागार (Doranda Treasury) से निकासी मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत लालू प्रसाद को दोषी करार दे चुकी है। उनकी सजा का ऐलान होना है। लालू प्रसाद फिलहाल रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं। दिन के करीब 12 बजे लालू प्रसाद को सजा सुनाई जाएगी।