मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने शहर से बिजली बिल का बकाया वसूल करने के लिए नया तरीका निकाला है। ऐसे बड़े बकायदार जिनके रसूख के आगे कंपनी के अधिकारी हल्के पड़ जाते थे, अब उनके खिलाफ कार्रवाई की जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन ने खुद संभाल ली है। कंपनी मुख्यालय से 120 लोगों की लिस्ट आई है। मंगलवार को इनके खिलाफ कार्रवाई कर रिपोर्ट मुख्यालय भेजना है। इसके बाद नई सूची प्राप्त हो जाएगी, जिससे शहर में जो करोड़ों रुपये का बकाया है, उसे वसूल किया जा सके।

शहर में 500 करोड़ रुपये का बकाया है। ऊर्जा मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ही सबसे ज्यादा बकाया है। यहां पर 250 करोड़ का बकाया है। चार से पांच लाख रुपये तक का बकाया होने के बाद भी बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं। कंपनी के अधिकारी कनेक्शन काटने जाते हैं तो उनके रसूख के आगे बाेने हो जाते हैं। राजनैतिक दबाव के चलते जिले में बिजली का कनेक्शन काटना भी मुश्किल हाेता है। यही स्थित नगर संभाग पूर्व व दक्षिण में है। यहां भी बड़े बकायेदारों की भरमार है। ये पैसा जमा नहीं कर रहे हैं। बीते दिनों प्रबंध संचालक ने खुद खड़े होकर कनेक्शन कटवाए थे।
प्रबंध संचालक पर दबाव काम नहीं आया था, जिसके चलते बकाया भी जमा हो गया। एक दिन में 200 कनेक्शन काटे गए तो 50 लाख रुपये जमा हो गए। इसी को ध्यान में रखते हुए बकाया वसूलने की व्यवस्था बदल दी गई है। भोपाल के मुख्य महाप्रबंधक वाणिज्य चारों संभाग एवं उप महाप्रबंधकों को बकायेदारों की सूची भेजी जाएगी और दूसरे दिन कार्रवाई करके रिपोर्ट देना होगी। जिनके कनेक्शन कटेंगे, उस पोल पर गार्ड भी तैनात किए जाएंगे। जिससे दाेबारा कनेक्शन नहीं जोड़ा जा सके। अब गर्मी का समय आ रहा है। यदि कनेक्शन कट जाता है, ताे लाेगाें की परेशानी बढ़ जाएगी। ऐसे में लाेग जल्दी बिल जमा करेंगे।