कोरोना:तीसरी लहर कमजोर हुई, 49 दिन बाद कोरोना के एक्टिव केस की संख्या घटी

कोरोना की तीसरी लहर की उल्टी गिनती शुरू हाे चुकी है। 49 दिन बाद कोरोना के एक्टिव केस की संख्या जिले में 48 बची है। राहत की बात यह है कि इन 48 मरीजाें में से एक ही मरीज जेएएच के सुपर स्पेशियलिटी में भर्ती है। बाकी के 47 मरीज घर पर रहकर ही इलाज ले रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों का अनुमान है कि जल्द ही एक्टिव केस की संख्या शून्य होगी। गजराराजा मेडिकल कालेज से सोमवार को जारी 2843 लोगों की कोविड जांच रिपोर्ट में आठ संक्रमित पाए गए। इसमें एक मरीज दूसरे जिले का निवासी है। साथ ही 13 मरीज स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज होकर घर पहुंचे हैं।

कोरोना की तीसरी लहर कमजोर हो चुकी है और अब समाप्ति की तरफ है। हालांकि सांख्यिकी विशेषज्ञ के अनुसार कम संख्या में लंबे समय तक संक्रमित मरीज मिलते रहेंगे। राहत की बात यह रही कि इस बार वायरस मरीज को गंभीर अवस्था तक नहीं पहुंच सका है। जयारोग्य अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डा. विजय गर्ग का कहना है कि आमजन द्वारा कोविड दिशा-निर्देशों की अनदेखी के कारण पाजिटिव केस मिलना जारी हैं। इसे पूरी तरह रोकने कोविड नियमों का पालन करना जरूरी है।

कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत 27 दिसंबर से मानी जाती है। जब पहला मरीज मिला था, इसके बाद जनवरी में मरीजों की संख्या में तेजी आई और एक्टिव केस भी बढ़ने लगे। 2 जनवरी को इकाई के अंक के रूप में 9 संक्रमित मिले थे। इसके बाद 3 जनवरी को 22 मरीज मिले और 4 जनवरी को 58 और 6 जनवरी को यह संख्या बढ़कर 142 हो गई। कोरेाना संक्रमितों का आंकड़ा 3 अंकों में मिलने लगा । 15 जनवरी को कोरोना अपने चरम पर पहुंचा और 756 मरीज मिले। इसके बाद संक्रमण घटने लगा। 16 फरवरी को पहली बार संक्रमितों का आंकड़ा घटकर इकाई के अंक 09 पर आ गया। इसके बाद 18 फरवरी को पांच संक्रमित मिल चुके हैं।

कोराेना की तीसरी लहर में वायरस की आक्रामकता कमजोर रही। अस्पताल में मरीज कम भर्ती हुए। जिले में करीब एक सैकड़ा मरीजाें ने ही निजी व सरकारी अस्पताल में भर्ती होकर इलाज लिया। जिन मरीजों को पहले से कोई गंभीर बीमारी थी, उन्हें कोरोना संक्रमण के चलते परेशानी भी उठानी पड़ी। जिसके कारण इस बार कुल 9 लोगों की मौत हुई, जिसमें 6 लोग जिले के रहने वाले थे और तीन दूसरे जिल के रहने वाले थे।

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