प्रयागराज: विपक्ष जब हारने लगता हैं तो ईवीएम को गाली देने लगता हैं-मोदी

उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  आज गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे. पीएम मोदी ने यहां 19 विधानसभा सीटों को साधने के लिए एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने समाजवादी पार्टी समेत अन्य विपक्षी दलों पर खूब हमला बोला. पीएम ने कहा कि मुझे किसी ने बताया कि 5वें या 6वें चरण के मतदान खत्म होंगे उसके बाद यह (विपक्ष) EVM को गाली देना शुरू करेंगे लेकिन इस बार इन्होंने ने चौथ चरण में ही EVM को गाली देना शुरू कर दिया.

पीएम ने यहां गंगापार में फाफामऊ विधान सभा क्षेत्र के बेला कछार में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने युवाओं को साधते हुए कहा कि इससे पहले, उत्तर प्रदेश में पीसीएस परीक्षा का पाठ्यक्रम यूपीएससी से अलग था. हमारी सरकार ने आपकी समस्या समझी और आज यूपी पीसीएस और यूपीएससी का सिलेबस वही है. अब उसी मेहनत से युवा दोनों परीक्षा दे सकते हैं. पीएम ने आगे कहा कि पूरे देश से जो युवा प्रयागराज आते हैं इन घोर परिवारवादियों ने उनके साथ छल किया है. पिछली सरकारों में नौकरी में योग्यता की अहमियत नहीं बल्कि सिफारिश, जातिवाद, क्षेत्रवाद और नोटों के बंडल की जरूरत होती थी.

विपक्ष को बताया- अफवाहवादी, पलायनवादी और घोर अंधविश्वासी

पीएम ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मुझे किसी ने बताया कि 5वें या 6वें चरण के मतदान खत्म होंगे उसके बाद यह (विपक्ष) EVM को गाली देना शुरू करेंगे लेकिन इस बार इन्होंने (विपक्ष ने) ने चौथ चरण में ही EVM को गाली देना शुरू कर दिया। जब यह EVM को गाली देना शुरू करें तब समझ लें कि इनका(विपक्ष का) खेल खत्म. पीएम ने आगे कहा कि घोर परिवारवादी कभी सशक्त और आधुनिक उत्तर प्रदेश का निर्माण नहीं कर सकते हैं. यह ऐसे लोग हैं जो अफवाहवादी, पलायनवादी और घोर अंधविश्वासी भी हैं. यह कैसे लोग हैं और उनका अंधविश्वास कैसा है कि उनकी कुर्सी न चली जाए इसके लिए यह लोग नोएडा, बिजनौर नहीं जाते. बिजनौर और नोएडा से जो टैक्स आता है उसमें मलाई मारने को तैयार लेकिन वहां के लोगों से मिलने जाना, उनके सुख-दुख पूछना उसमें अंधविश्वास आड़े आ जाए. क्या ऐसे लोग उत्तर प्रदेश का भला और आधुनिक उत्तर प्रदेश बना सकते हैं?

पीएम ने साथ ही कहा कि 21वीं सदी का उत्तर प्रदेश अकांक्षावादी और बड़े सपने लेकर आगे बढ़ रहा है. डबल इंजन की सरकार राज्य को विकसित करने में दिन रात जुटी हुई है. राज्य की आकांक्षाएं पूरी हों उसमें नेतृत्व की बड़ी भूमिका है इसलिए सवाल यह भी है कि राज्य में नेतृत्व कैसा हो.

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