प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। बीते 24 घंटे में 66 नए संक्रमित मिले हैं। जबकि एक मरीज की मौत हुई है। 25 मरीज ठीक हुए हैं। 982 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग केे मुताबिक रविवार को 5436 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। 10 जिलों में 66 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।
देहरादून जिले में 31, चमोली में नौ, हरिद्वार में आठ, उत्तरकाशी में पांच, चंपावत में चार, रुद्रप्रयाग में तीन, पौड़ी में दो, पिथौरागढ़ में दो, टिहरी में एक, नैनीताल जिले में एक संक्रमित मिला है। अल्मोड़ा, बागेश्वर व ऊधमसिंह नगर जिले में कोई नया संक्रमित नहीं मिला है। वहीं, प्रदेश में एक कोरोना मरीज की मौत हुई है।
अब तक 86857 मरीजों ने संक्रमण को दी मात
दून मेडिकल कालेज में एक मरीज ने दम तोड़ा है। तीसरी लहर में अब तक 262 संक्रमितों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 मरीज ठीक हुए हैं। इन्हें मिलाकर अब तक 86857 मरीजों ने संक्रमण को मात दी है। प्रदेश की रिकवरी दर 95.15 प्रतिशत और संक्रमण दर 1.20 प्रतिशत दर्ज की गई है।
तीसरी लहर में बागेश्वर जिले में नहीं हुई एक भी मौत
कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण ज्यादा घातक साबित नहीं हुआ है। प्रदेश के बागेश्वर जिले में तीसरी लहर के दौरान एक भी संक्रमित की मौत नहीं हुई है। जबकि देहरादून जिले में सबसे अधिक 165 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा है। प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर ने एक जनवरी से रफ्तार पकड़ी थी। दो महीने में ही 91289 लोग संक्रमण की चपेट में आए।
राहत की बात यह रही कि दूसरी लहर की तुलना में संक्रमण ज्यादा घातक साबित नहीं हुआ। बहुत कम संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आई। 95 प्रतिशत से ज्यादा संक्रमित होम आइसोलेशन में ही ठीक हो गए। बागेश्वर जिला एक मात्र है, जहां पर तीसरी लहर में एक भी संक्रमित की मौत नहीं हुई है।
जबकि यहां दो हजार से अधिक लोग संक्रमित पाए गए। तीसरी लहर में अब तक कुल 262 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। इसमें देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल जिले में ही 217 मरीजों की मौत हुई है। प्रदेश के पर्वतीय जिलों में संक्रमितों की मौत का आंकड़ा कम रहा है।