उत्तर प्रदेश के गोंडा की पुलिस ने दावा किया है कि इटियाथोक थाना क्षेत्र के तिर्रे मनोरमा में स्थित रामजानकी मंदिर के पुजारी पर हुए जानलेवा हमले की साजिश स्वयं उसने, महंत एवं ग्राम प्रधान साजिश रची थी. यह खुलासा गोंडा की पुलिस ने किया है.
शनिवार को दोपहर बाद जिलाधिकारी डॉक्टर नितिन बंसल और पुलिस अधीक्षक (एसपी) शैलेश कुमार पांडेय ने एक साझा प्रेसवार्ता में बताया कि इस मामले में महंत वृन्दारण त्रिपाठी उर्फ सीताराम दास, ग्राम प्रधान विनय कुमार सिंह समेत सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है और इस घटना में प्रयुक्त असलहा एवं मोबाइल बरामद किया गया. लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में इलाज के लिए भर्ती पुजारी अतुल त्रिपाठी उर्फ सम्राट दास भी साजिश में शामिल होने के कारण पुलिस निगरानी में हैं.
पुलिस ने बताया कि बीते 10 और 11 अक्टूबर की रात करीब दो बजे ऐतिहासिक श्रीराम जानकी मन्दिर में सो रहे पुजारी अतुल त्रिपाठी उर्फ सम्राट दास को गोली मारकर घायल कर दिया गया था. इस सम्बन्ध में मंदिर के महन्त वृन्दारण त्रिपाठी उर्फ सीताराम दास ने थाने में मुकेश सिंह, भयहरण सिंह, अमर सिंह तथा दरोगा सिंह के खिलाफ अभियोग दर्ज कराया था.
पुलिस ने तत्परता पूर्वक कार्रवाई करते हुए मुकदमें में नामजद दो अभियुक्तों को अगले दिन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.