योगी सरकार में आगरा की विधायक बेबी रानी मौर्य मंत्री बनी हैं। शुक्रवार को उन्होंने लखनऊ में शपथ ग्रहण की। उत्तराखंड के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद वह भाजपा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनीं। इसके बाद आगरा ग्रामीण सीट से विधानसभा चुनाव जीता। बेबी रानी मौर्य आगरा की मेयर भी रह चुकी हैं। उनका राजनीति सफर बहुत ही रोचक रहा है।
बेबी रानी मौर्य का मायका आगरा के बेलनगंज और ससुराल करिअप्पा रोड बालूगंज में है। उनके पति प्रदीप कुमार पंजाब नेशनल बैंक में डायरेक्टर एवं सीनियर मैनेजर पद से सेवानिवृत्त हैं। एमए बीएड बेबी रानी मौर्य 1995 में भाजपा में शामिल हुई थीं। वो 1995 में ही भाजपा के टिकट पर आगरा की मेयर बनी थीं।
आगरा ग्रामीण सीट से हैं विधायक
बेबी रानी मौर्य राज्य बाल आयोग की सदस्य रह चुकी हैं। पूर्व में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं। उन्होंने वर्ष 2007 में एत्मादपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि इस चुनाव में उनका हार का सामना करना पड़ा था। इस बार उन्होंने आगरा ग्रामीण से चुनाव में जीत दर्ज की। बेबी रानी मौर्य 1997 में भाजपा के राष्ट्रीय अनुसूचित मोर्चा की कोषाध्यक्ष रहीं। उस समय रामनाथ कोविंद (वर्तमान में राष्ट्रपति) मोर्चा के अध्यक्ष थे। मौर्य 2002 में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रहीं। बेबी रानी मौर्य के पुत्र अभिनव मौर्य इंजीनियर हैं और अमेरिका में ही रहते हैं। उनकी बेटी अंजू मौर्य भी अमेरिका में ही रहती हैं।
अगस्त 2018 में बनीं थी उत्तराखंड की राज्यपाल
बेबी रानी मौर्य को 26 अगस्त 2018 को उत्तराखंड की राज्यपाल बनाया गया था। उन्होंने केके पॉल का स्थान लिया था। 08 सितंबर 2021 को उन्होंने राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था। संगठन में उन्होंने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अब उन्हें मंत्री बनाया गया है। उनके मंत्री बनने पर समर्थकों में खुशी की लहर है।