बलिया से बहुजन समाज पार्टी के विधायक उमाशंकर सिंह ने नए विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को बधाई दी। जैसे ही वह सदन में अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए विपक्ष के कुछ सदस्य हंसने लगे।
इसपर उमाशंकर सिंह ने कहा, ‘राजा भैया ने अभी एक बात इंगित (कुछ दलों के सदस्यों की कम संख्या को लेकर) किया है। जब मैं अकेला खड़ा हुआ तो कुछ सदस्य उसी बात पर हंसे भी। इस सदन में ऐसे-ऐसे लोग भी हंसे हैं, जो इसी नर्सरी (बसपा) से तैयार होकर आज दूसरे दलों की शोभा बढ़ा रहे हैं। वह नर्सरी अगर नहीं होती तो आज मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि ये हंसने वाले लोग कभी भी इस सदन का चेहरा नहीं देख सकते थे। आज उनके मुंह से हंसी आ रही है।’
फिर ऐसा बोले कि अखिलेश और योगी भी हंसने लगे

बसपा का मजाक बनाने वालों को जवाब देने के बाद उमाशंकर सिंह का बदला हुआ अंदाज देखने को मिला। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा मुखिया अखिलेश यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘यहां नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष पहली बार चुनकर आए हैं। इसलिए हम लोग आप दोनों से सीनियर हैं। इसका ख्याल रखिएगा।’ जैसे ही उमाशंकर ने ये बातें बोलीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा मुखिया अखिलेश यादव हंसने लगे। अखिलेश यादव ने तो हाथ जोड़ा और फिर खिलखिलाते हुए टेबल पर थपकी दी।
राजा भैया की बात पर भी हंसने लगे सदस्य
इसके पहले प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने भी सत्ता और विपक्ष से अलग छोटे दलों की स्थिति का जिक्र किया। सत्ता और विपक्ष के नेताओं की तरफ इशारा करके कहा, ‘अगर दलीय संख्या के ऊपर जाएं तो या तो आप और आपके सहयोगी (सत्ता पक्ष) या तो आप और आपके सहयोगी(सपा गठबंधन) जीते हैं। ऐसे में मुझे कबीर दास जी का दोहा याद आ रहा है। चलती चक्की देख के, दिया कबीरा रोये । दो पाटन के बीच में, साबुत बचा न कोए।’
इसके बाद राजा भैया बोले, ‘बड़ी छोटी सी संख्या है। जिसमें मोना जी भी हैं। उमाशंकर जी भी हैं। जनसत्ता दल भी है। बहुत छोटी सी संख्या, पांच सदस्यों की है। तो इधर भी आपकी कृपा दृष्टि रहे। इधर भी आकर्षण रहे।’
राजा भैया के इस बात पर पूरा सदन ठहाके लगाने लगा। अखिलेश यादव ने टेबल पर थपकी देकर समर्थन किया तो सीएम योगी भी जोर से हंसते नजर आए।