सत्ता परिवर्तन का असर जालंधर शहर में दिखने लगा है। सरकार बदलते ही नगर निगम भी पूरी तरह से बदला हुआ नजर आ रहा है। इसी बदलाव का असर है कि जालंधर नगर निगम पूरी तरह से एक्शन मोड पर है। जहां एक तरफ अवैध कॉलोनियों पर पीला पंजा चलाया जा रहा है वहीं पर अब निगम ने दुकानों को सील करने का काम भी शुरू कर दिया है। पहले निगम के अधिकारियों ने स्पोर्ट्स मार्केट में दुकानों को सील किया था और अब अगली कार्रवाई निगम ने अपनी बनाई हुई संजय गांधी मार्केट पर की है।
नगर निगम के अधिकारियों ने संजय गांधी मार्केट में बड़ा एक्शन लेते हुए करीब 21 दुकानों पर सरकारी ताले जड़कर इन्हें सील कर दिया है। दरअसल, जो दुकानें संजय गांधी मार्केट में सील की गई हैं वे सब नगर निगम की हैं, लेकिन उन्हें जिन लोगों ने नगर निगम से लिया है उन्होंने आगे इनकी सबलैटिंग कर रखी हैं।
नगर निगम से दुकानें धक्के से सस्ती लीज पर लेने के बाद घर बैठ कर आराम से किराया खाने वालों का रोजगार अब छीनने वाला है। नगर निगम ने शहर में ऐसी सभी लोगों की लिस्ट बनाई है, जिन्होंने निगम से दुकानें लेकर अपना कारोबार करने की बजाय दुकानें आगे दूसरे लोगों को मोटे किराए पर दे रखी हैं।
पिछले दिनों आप विधायकों के साथ बैठक के बाद मिले दिशा निर्देशों अनुसार निगम के अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। निगम आपनी सारी कार्रवाई सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र और वेस्ट विधानसभा क्षेत्र में ही कर रहा है। इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। सील बंद की पहली कार्रवाई निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्पोर्ट्स मार्केट में की थी उसके बाद निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने संजय गांधी मार्केट में बड़ा एक्शन करते हुए करीब 21 दुकानों पर ताले जड़ कर उन्हें सील कर दिया है।
नगर निगम के अधिकारियों ने एक्शन मोड में आते हुए सील बंदी का काम सबसे पहले जालंधर वेस्ट विधानसभा क्षेत्र में शुरू किया था। निगम अधिकारियों ने स्पोर्ट्स मार्केट में पहली कार्रवाई करते हुए उस दुकान को सील किया जिसका उद्घाटन चुनाव से पहले तत्कालीन विधायक सुशील रिंकू ने किया था। फुटबाल चौक के पास ही स्थित विपसन नाम का एक खेल के सामान का शोरूम खुला था। इसका उद्घाटन तत्कालीन विधायक सुशील रिंकू ने किया था, लेकिन अब सत्ता परिवर्तन होते ही गाज शोरूम पर गिर गई है।
निगम के अधिकारियों ने सील बंदी के बाद जो नोटिस चिपकाया है उसके अनुसार भवन का निर्माण नक्शे के अनुसार नहीं हुआ है। पार्किग के लिए स्पेस नहीं छोड़ी गई है। रैंप के स्थान पर सीढ़िया बना दी गई हैं। ऐसे कई ऑब्जेक्शन लगाते हुए शोरूम पर सरकारी तला लगाकर उस पर सील चिपका दी गई है।