बांदा: मिट्टी से बने गहरे गड्ढे में भरे पानी में डूबकर दो बच्चों की मौत

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए निकाली गई मिट्टी से बने गहरे गड्ढे में भरे पानी में डूबकर दो बालकों की मौत हो गई, जबकि एक को बचा लिया गया। मुख्यालय से चंद किमी की दूरी होने के बावजूद पुलिस लगभग दो घंटे बाद घटनास्थल पहुंची।

इसे लेकर परिजनों और ग्रामीणों में रोष रहा। राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने परिजनों से मिलकर सांत्वना जताकर आर्थिक मदद दिलाने का भरोसा दिलाया। कोतवाली देहात क्षेत्र के बिरंची पुरवा (गुरेह) निवासी फक्कू उर्फ नेता का पुत्र मुन्नू उर्फ अमर (14) और बिंदा प्रसाद का पुत्र धीरू (12) व नीरज (13) रविवार को दोपहर गांव के पास मवेशी चराने गए थे।

यहां एक किसान के खेत में गहरा तालाब बना हुआ है। इसमें पानी भरा है। तीनों बालक भैंसों को लेकर तालाब में आ गए। भैंसों को पानी पिलाते और नहलाते समय अचानक मुन्नू गहरे पानी में फिसल गया। उसे बचाने के लिए धीरू पानी में उतर गया।

दोनों को डूबते देख नीरज भी उनकी मदद में बढ़ा तो वह भी गहरे पानी में चला गया। बच्चों की चीखपुकार सुनकर आसपास के लोगों ने देखा तो नीरज को पानी में कूदकर बचा लिया। लेकिन मुन्नू व धीरू गहरे पानी में समा गए। दो बच्चों के डूबने की खबर फैलते ही हड़कंप मच गई।परिजन और ग्रामीण उनकी तलाश में जुट गए। कोतवाली देहात पुलिस को सूचना दी गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस दो घंटे बाद पहुंची। कुछ देर बाद क्षेत्राधिकारी राकेश कुमार सिंह भी मुख्यालय से गोताखोर लेकर पहुंचे और दोनों बच्चों की तलाश शुरू कराई।

कई घंटे के बाद दोनों के शव गोताखोरों ने खोज निकाले। उन दोनों को जिला अस्पताल लाया गया। यहां डाक्टरों ने मौत की पुष्टि कर दी। मुन्नू 6वीं और धीरू 5वीं कक्षा का छात्र था। उधर, जिला अस्पताल में राज्यमंत्री रामकेश निषाद और जिलाधिकारी अनुराग पटेल पहुंचे और मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। मदद का भरोसा दिलाया। 

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