जनपद क्षेत्र में देर शाम हुई बारिश ने जहां आम लोगों को गर्मी से राहत दी वहीं जंगलों की आग शांत होने से वन विभाग को भी सुकून मिला। लेकिन बारिश से पूर्व आया तूफान लोगों के लिए आफत बना। बड़कोट क्षेत्र में तूफान से चीड़ का पेड़ गिरने से दो लोग घायल हुए। वहीं कार्यालय भवन को भी नुकसान पहुंचा।
बुधवार देर शाम हुई तेज बारिश ने वन विभाग को राहत महसूस कराई। पिछले कई दिनों से जंगल धधक रहे थे। तेज बारिश के चलते वनों में लगी आग शांत हो गई। साथ ही जंगलों की आग से फैली धुंध भी साफ हो गई। वहीं लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है। लेकिन कई स्थानों पर बारिश से पूर्व तेज आंधी तूफान भी आया।
बड़कोट के गंगनाणी क्षेत्र में आंधी तूफान से चीड़ का पेड़ टूटकर चारधाम सड़क परियोजना के निर्माण एजेंसी कार्यालय भवन के ऊपर गिरा। जिससे ऑल वेदर सड़क परियोजना निर्माण एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर कादिर अहमद व अलीन खान घायल हो गए। दोनों को उपचार के लिए सीएचसी बड़कोट लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर देहरादून रेफर कर दिया गया। सीएचसी बड़कोट के डॉ. पवन ने बताया कि अहमद के पैर में सूजन व अलीन खान के कान से खून बह रहा था।
वहीं मातली में आईटीबीपी के एक भवन की टीन शेड उड़ने की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हुई। हालांकि, आईटीबीपी के अधिकारियों ने इस प्रकार की किसी भी घटना से साफ इनकार किया। चिन्यालीसौड़ क्षेत्र में हुई तेज बारिश से जंगलों की आग शांत हो गई है।जंगलों की आग को वन विभाग के कर्मियों ने काफी हद तक नियंत्रित कर लिया था। बारिश आने से आग पूरी तरह से शांत हो गई है। पुनीत तोमर, डीएफओ, उत्तरकाशी वन प्रभाग।