झारखंड सरकार ने सोमवार को झारखंड के देवघर जिले में हुए रोपवे हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया है। इस मौके पर राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख और पर्यटन मंत्री हाफिजुल हसन ने चेक वितरित किए।
इस अवसर पर पत्रलेख ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की घोषणा के अनुसार, सरकार रोपवे दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा प्रदान कर रही है। शोक संतप्त परिवारों को प्रशासन अन्य सभी संभव मदद देने का प्रयास करेगा। हादसे के तुरंत बाद पर्यटकों की जान बचाने वाले स्थानीय लोगों को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।
देवघर में 10 अप्रैल को रामनवमी की पूजा करने और घूमने के उद्देश्य से यहां सैंकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। इस दौरान रोपवे की एक ट्राली नीचे आ रही थी, जो ऊपर की ओर जा रही ट्राली से टकरा गई। इस दौरान कई ट्रालियां ऊपर ही फंस गईं, जिसमें 48 लोग सवार थे। रविवार शाम चार बजे हादसा हुआ। इसके बाद बचाव अभियान शुरू किया गया था।
हादसे के बाद एनडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी, लेकिन 2500 फीट की ऊंचाई पर बचाव अभियान चलाना काफी मुश्किल काम था। इसके बाद सेना को बुलाया गया। जरूरत के अनुसार बाद में वायु सेना की मदद ली गई। वायु सेना ने इस अभियान में अपने दो हेलीकॉप्टरों को लगाया था।
गौरतलब है कि देवघर में केबल कार सेवा प्रदान करने वाली दामोदर रोपवे एंड इंफ्रा लिमिटेड (डीआरआईएल) ने भी घोषणा की थी कि वह दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजे के रूप में 25-25 लाख रुपये प्रदान करेगी।
देवघर प्रशासन ने पहाड़ियों पर रोपवे स्थल को सील कर दिया है और दुर्घटना की जांच शुरू होने से पहले संचालक से यथास्थिति बनाए रखने को कहा है। अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
इस बीच, झारखंड पर्यटन विकास निगम (जेटीडीसी) लिमिटेड ने अगले आदेश तक हुंडरू, जोन्हा और पंचघाग जलप्रपात में साहसिक खेल गतिविधियों को स्थगित करने का आदेश जारी किया है।