अब्दुल्ला: अगर बाकि जगहों पर लाउडस्पीकर है तो मस्जिद में क्यों नहीं?

लाउडस्पीकर और अजान को लेकर पूरे देश में घमासान मचा है। राज ठाकरे के मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए 3 मई तक के अल्टीमेटम के बाद महाराष्ट्र की राजनीति इन दिनों इसी विवाद के ईर्द-गिर्द घूम रही है। वहीं उत्तर प्रदेश में 7 अप्रैल को दोपहर डेढ़ बजे तक पूर प्रदेश के 75 जिलों में 6031 लाउडस्पीकर धार्मिक स्थलों से उतारे जा चुके हैं। लाउडस्पीकर विवाद को लेकर जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान सामने आया है। अब्दुल्ला ने मोदी सरकार को एक बार फिर से निशाने पर लिया है। उन्होंने लाउडस्पीकर को लेकर चल रहे विवाद, बिजली कटौती के मुद्दों को लेकर जमकर हमला बोला है। 

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमारे मज़हब में सियासत के लिए गलत माहौल बनाया जा रहा है। सिर्फ हिजाब की बात नहीं है, हमें कहा जा रहा है कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। अगर बाकि जगहों पर लाउडस्पीकर है तो मस्जिद में क्यों नहीं? ये हमे छेड़ने के लिए जानबूझकर किया जा रहा है। क्योंकि बाकी टाइम लाइट रहती है, लेकिन शहरी और इफ्तार के वक्त अचानक लाइट नहीं होती। कुछ तो हमारे जज्बातों को कद्र करिए।

अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘इस देश में सभी को अपना धर्म मानने की आजादी है। यह हमारे संविधान में लिखा है कि हम धर्मनिरपेक्ष देश हैं, जिसका अर्थ है कि सभी धर्म समान हैं। मुझे नहीं लगता है कि किसी सरकार को इससे छेड़छाड़ करनी चाहिए। इसके साथ ही अब्दुल्ला ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अगर वाकई में बिजली की कमी है तो बाकी के घंटों में बिजली की कटौती करें। लेकिन शहरी और इफ्तार के वक्त बिजली नहीं काटिए। 

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