महेंद्र सिंह टिकैत की बनाई हुई भारतीय किसान यूनियन दो फाड़ होने जा रही है। पूर्वांचल की बागडोर संभालने वाले BKU के प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा संगठन नेतृत्व खासकर राकेश टिकैत से बेहद नाराज हैं। 15 मई को वह लखनऊ में महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर होने जा रहे कार्यक्रम में महत्वपूर्ण निर्णय का ऐलान करेंगे। इसी दिन उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी के कुछ सदस्यों को भी लखनऊ में बुलाया है।
कौन हैं हरिनाम सिंह वर्मा
लखनऊ में रह रहे हरिनाम सिंह वर्मा भाकियू से बीते 33 बरस से जुड़े हैं। इस संगठन में उन्होंने गांव सदस्य से लेकर मंडल अध्यक्ष और फिर प्रदेश उपाध्यक्ष तक का दायित्व निभाया। वह चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के साथी रहे हैं। 5-5 प्रदेश अध्यक्षों के साथ काम कर चुके हैं। पूर्वांचल में भाकियू की बागडोर हरिनाम सिंह वर्मा के हाथ में है, ऐसा कहा जाता है।
‘भाकियू को अराजनैतिक कहोगे और बात राजनैतिक करोगे’
‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में हरिनाम सिंह वर्मा ने कहा, दिल्ली की सरहदों पर जब किसान आंदोलन चल रहा था, तब नारा दिया गया ‘बिल वापसी तो घर वापसी’। तेरह महीने बाद बिल वापस हुए और हम घरों को लौट आए। फिर हमारे संगठन के नेतृत्व ने वो कौन सी सुपारी ली, जो यह कहना पड़ा कि ‘बीजेपी की वोट कोको ले गई’ या ‘बीजेपी के लोगों की गिनती 15 हजार से शुरू होगी’।
भाकियू को आप अराजनैतिक कहोगे और बात राजनैतिक करोगे, यह पाठ तो महेंद्र सिंह टिकैत ने नहीं पढ़ाया? ये सब बयान बाबा टिकैत की विचारधारा के विपरीत हैं। यही वजह है कि अब किसानों के प्रति सरकारों का रवैया लचीला नहीं रहा।
राजनैतिक मंच साझा करना गलत
हरिनाम सिंह वर्मा ने राकेश टिकैत के बारे में कहा, तेलंगाना के सीएम धरना देते हैं और आप वहां टोपी लगाकर जाते हो। आपके सबसे खास धर्मेंद्र मलिक सपा से बुढ़ाना विधानसभा से टिकट मांगते हैं। आखिर किसानों को क्या संदेश देना चाहते हो?
हरनाम सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि मैं पहले शुद्ध किसान हूं, फिर एक आंदोलनकारी किसान हूं, लेकिन नेता कतई नहीं हूं। उन्होंने यह भी कहा कि 1967 से 2022 तक आज पहली बार ऐसा हो रहा है, जब किसान का गेहूं MSP से अधिक रेट पर मार्केट में बिक रहा है।
लखनऊ में 15 मई को होगा मंथन
भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने बताया, 15 मई को चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि है। इस मौके पर लखनऊ के गन्ना संस्थान परिसर में हवन-पूजन होगा। ऑडिटोरियम में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों समेत करीब पांच सौ महत्वपूर्ण लोग बुलाए गए हैं। इसमें इन सब बिंदुओं पर चर्चा होगी और आगे के निर्णय लिए जाएंगे। भाकियू छोड़ने या अलग संगठन खड़ा करने के सवाल पर हरिनाम सिंह ने कहा कि 15 मई को वह बड़ा ऐलान करेंगे।