गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षा कर्मियों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी की रिमांड अवधि पूरी होने से एक दिन पहले ही वापस जेल में दाखिल कर दिया गया। उससे मेडिकल चेक अप कराने के बाद लखनऊ जेल में दाखिल किया गया है।
एटीएस के सूत्रों ने बताया कि मुर्तजा से पूछताछ और उसके खिलाफ मिले साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में एटीएस की कोशिश होगी कि तय अवधि से काफी पहले न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की जा सके। आमतौर पर ऐसे मामले जिसमें यूएपीए की धाराएं लग जाती हैं उसमें चार्जशीट दाखिल करने के लिए 180 दिन का समय मिलता है। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए सभी साक्ष्यों के साथ न्यायालय में जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करने का प्रयास किया जाएगा। एटीएस के सूत्रों ने यह भी बताया कि इस पूरे मामले में जो तथ्य निकल कर आए हैं उसकी एक विस्तृत रिपोर्ट शासन के अधिकारियों के साथ भी साझा की गई है।
बता दें कि पिछले महीने चार अप्रैल को गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर में तैनात सुरक्षा कर्मियों पर अहमद मुर्तजा अब्बासी ने हमला कर दिया था। शुरुआती पड़ताल में टेरर एंगिल सामने आने के बाद पूरे मामले को यूपी एटीएस को सौंप दिया गया था। एटीएस की पड़ताल में मुर्तजा के आईएसआईएस के संपर्क में होने की बात सामने आई। एटीएस की ओर से बताया गया कि मुर्तजा सेल्फ रिडक्लाइज था और उसके मंसूबे खतरनाक थे। बाद में इस मामले में एटीएस ने यूएपीए की धाराओं की बढ़ोत्तरी की और दोबारा उसे रिमांड पर लिया था। पूछताछ पूरी होने के बाद एटीएस ने रिमांड की अवधि पूरी होने स एक दिन पहले ही उसे वापस जेल में दाखिल कर दिया है।