मुजफ्फरनगर में एक व्यक्ति की हत्या कर शव छिपाने के उद्देश्य से जलाकर फेंक दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में दो हत्यारोपितों को 12 घंटे के भीतर ही मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। दोनों हत्यारोपितों से मृतक का मोबाइल तथा दो तमंचे बरामद किये गए। पुलिस मुठभेड़ में दोनों बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गए। जिन्हें जिला अस्पताल भर्ती कराया गया।
नशीले सामान को लेकर झगड़े में की थी हत्या
शहर कोतवाली क्षेत्र के कालीन नदी किनारे पुलिस को एक व्यक्ति की जली लाश बरामद हुई थी। पुलिस ने उसकी शिनाख्त कराई तो लाश साेनू नाम के व्यक्ति की निकली। पुलिस ने जांच में पाया कि सोनू की हत्या कर उसकी पहचान छिपाने के इरादे से उसके शव को जलाया गया था।
शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आनंद देव मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने मामले की छानबीन की। उन्होंने बताया कि सामने आया कि नशीले सामान को लेकर सोनू से आरोपियों का झगड़ा हुआ था। जिसके बाद उन्होंने उसकी हत्या कर शव जला दिया था।
चेकिंग के दौरान पुलिस पर किया था हमला
शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आनंद देव मिश्रा ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि क्षेत्र के काली नदी पुल के आसपास कुछ बदमाश किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के इरादे से आने वाले हैं। सूचना के आधार पर आसपास के क्षेत्र में पुलिस चेकिंग की गई।
काली नदी के पास दो संदिग्ध पुलिस काे नजर आए। जिन्हें रुकने का इशारा किया गया। लेकिन उन्होंने रुके बिना पुलिस पर हमला करते हुए फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोलियां दोनों संदिग्धों के पैर में लगी। घायल होने पर पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया।
जहां उनकी पहचान आदित्य उर्फ आदि पुत्र सुन्दर निवासी प्रेमपुरी तथा मोनू पुत्र आजाद निवासी प्रेमपुरी के रूप में हुई। बताया कि दोनों बदमाश सोनू की हत्या कर शव छिपाने के मामले में वांछित थे।
मृतक का मोबाइल तथा 2 तमंचे बरामद
पुलिस के अनुसार मुठभेड़ के बाद दबोचे गए दोनों बदमाशों से VIVO कम्पनी का मृतक का मोबाइल फोन तथा दो तमंचे व 2 जिंदा कारतूस बरामद किये गए।