इस दशहरे पर अमृतसर के कस्बा मानावाला में रावण की बजाय प्रभु श्रीराम के पुतला फूंक दिया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस मामले में वकील अशोक सरीन ने इस वायरल वीडियो के संबंध में शिकायत दर्ज करवाई है। अशोक सरीन का कहना है कि उनके मोबाइल पर यह वीडियो गत 27 अक्टूबर को पहुँचा। उनके अनुसार, इस वीडियो में कुछ शरारती तत्व भगवान श्री राम का पुतला तैयार कर जला रहे थे और गंदी शब्दावली का प्रयोग कर रहे थे।
वायरल वीडियो में कुछ लोग रावण की जगह भगवान राम के पुतले को जलाते दिख रहे हैं। वीडियो में कुछ लोग यह भी कहते हुए देखे जा सकते हैं कि रावण बहुत तपस्वी था और राम जो भी था वह रावण से कम तपस्वी था। इसलिए वह भगवान राम का पुतला जला रहे हैं। वीडियो में युवक कह रहे हैं कि हम मूलनिवासी, आदिवासी राम का पुतला जला रहे हैं, क्योंकि रावण बहुत ज्ञानी था और उसे चरों वेदों का ज्ञान था।
जानकारी मिलने पर इस संबंध में पुलिस ने वहाँ 14 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया और चार लोगों को इस संबंध में गिरफ्तार भी किया गया। इस सबंध में थाना लोपोके में 27 अक्टूबर को आईपीएस की धारा 295ए, 298, 149 और आईटी एक्ट 66 के तहत मामला दर्ज किया गया था और आरोपितों को पकड़ने के लिए छापेमारी की गई। पूरी घटना अमृतसर जिले के लोपके थाने के मनावला गाँव की है।
जालंधर पुलिस थाने के सब इंस्पेक्टर मुकेश कुमार ने इस शिकायत की जानकारी देते हुए कहा है कि उन्होंने मामले को दर्ज किया है। अब जाँच के बाद इस संबंध में एक्शन लिया जाएगा। भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) ने भी इस सम्बन्ध में शहीद भगत सिंह चौक में प्रदर्शन किया।
बता दें कि इससे पहले पंजाब में धार्मिक माहौल खराब करने की खबरें मीडिया में सामने आई थीं। बताया गया था कि अमृतसर जिले में कुछ लोगों ने दशहरा के अवसर पर रावण का पुतला दहन करने की जगह श्रीराम भगवान का पुतला जला दिया। विश्व हिंदू परिषद ने अमृतसर में प्रभु श्री राम का पुतला जलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है।