जिले के सिख संगठनों ने बलवंत सिंह राजोआना सहित सजा पूरी कर चुके बंदी सिखों की रिहाई की मांग रखी है। इसके साथ ही केंद्र तथा राज्य सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उनकी मांग जल्द पूरी ना होने पर संघर्ष का चेतावनी दी है। इस संबंध में सिख संगठनों की बैठक जीटी रोड पर स्थित सिख तालमेल कमेटी के तत्वाधान में हुई। जिसमें आप सरकार द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद भी बंदी सिखों की रिहाई ना होने पर रोष जताया गया।
इस दौरान कमेटी के प्रमुख तेजिंदर सिंह परदेसी, हरपाल सिंह चड्ढा, हरप्रीत सिंह नीट्टू, गुरविंदर सिंह सिद्धू, हरविंदर सिंह चितकारा तथा विक्की खालसा ने कहा कि बंदी सिखों की रिहाई को लेकर कोई भी सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव पर सिखों की रिहाई की घोषणा की थी। वहीं आप सरकार ने सत्ता में आने के बाद इसके लिए प्रयास करने का विश्वास दिलाया था। इसके साथ ही उन्होंने सांसद रवनीत बिट्टू द्वारा बंदी सिखों की रिहाई पर सवालिया निशान लगाने का भी विरोध किया।