पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस विंग के हेडक्वार्टर पर हमले में विस्फोटक के तौर पर ट्राइ नाइट्रो टाल्यून (TNT) का इस्तेमाल हो सकता है। इसका खुलासा पंजाब के DGP वीके भावरा ने किया। हमले के बाद मीडिया से बातचीत में DGP ने कहा कि हेडक्वार्टर पर प्रोजेक्टाइल से हमला किया गया है। जिस वक्त हमला हुआ, कमरे में कोई नहीं था। इसका इंपैक्ट भी दीवार पर आया है। इस मामले में आतंकी हमले के एंगल पर DGP ने कहा कि अभी इसकी जांच की जा रही है। इस मामले में कोई गिरफ्तारी होगी तो इसके बारे में जानकारी दे दी जाएगी।
इस मामले में पुलिस इंटेलिजेंस के सूत्रों से बड़ी जानकारी सामने आई है। इस हमले के जरिए इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर की बिल्डिंग को उड़ाने की साजिश थी। हालांकि निशाना चूक गया। विस्फोटक खिड़की के अंदर जाने के बजाय दीवार से टकरा गया। रक्षा विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि अगर विस्फोटक सीधे कमरे में जाता तो बड़ा नुकसान हो सकता था। इस मामले में पुलिस ने दो संदिग्ध हिरासत में लिए हैं।
सूत्रों के मुताबिक विदेशी हैंडलरों ने ही यह टास्क दिया था। इस बिल्डिंग में पंजाब पुलिस के आर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का ऑफिस भी है। ऐसे में इसके पीछे गैंगस्टरों का भी हाथ होने की संभावना जताई जा रही है।