Operation Khojbeen: समुद्र के रास्ते मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के मकसद से डीआरआई लगातार अभियान चला रही है। इसके तहत दो भारतीय बोट लगातार तमिलनाडु से लेकर दूसरे राज्यों के तटीय इलाकों की निगरानी कर रही हैं। इस अभियान के तहत डीआरआई को बड़ी सफलता भी हासिल हुई है और टीम ने 1526 करोड़ की हेरोइन जब्त की।
7 मई को शुरू किया गया अभियान
जानकारी के मुताबिक, डीआरआई और भारतीय तटरक्षक बलों ने सात मई को संयुक्त अभियान शुरू किया था, जिसका नाम ऑपरेशन खोजबीन रखा गया। डीआरआई के अधिकारियों ने बताया कि कई दिन तक लगातार सर्च अभियान के बाद दो संदिग्ध नाव प्रिंस और लिटिल जीजस पर शिकंजा कसा गया। ये दोनों नाव भारत की ओर आ रही थीं।
18 मई को बरामद हुई हेरोइन
बताया जा रहा है कि भारतीय नावों पर तैनात डीआरआई और भारतीय तटरक्षक बल के अफसरों ने 18 मई को लक्षद्वीप में दोनों नावों को रोक लिया। पूछताछ के दौरान नावों पर सवार लोगों ने भारी मात्रा में हेरोइन लाने की बात कबूल ली। इसके बाद दोनों नाव कोच्चि स्थित कोस्ट गार्ड हेडक्वॉर्टर ले जाया गया, जहां नावों से 218 पैकेट बरामद किए गए। सभी पैकेट में एक किलो हेरोइन मिली। डीआरआई के अफसरों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में इस हेरोइन की कीमत करीब 1526 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।