उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में अनुसूचित जाति के लोगों को धमकाने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब त्यागी समाज पर टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए कुछ युवाओं ने पावटी खुर्द जाकर पंचायत करने का फैसला किया। पंचायत की भनक लगते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवकों को गांव के बाहर ही रोक दिया।
विक्की के पिता राजबीर प्रधान ने अनुसूचित जाति के लोगों को गांव के ही कुंवरपाल उर्फ काला के माध्यम से धमकाने वाली मुनादी कराई थी। इसका वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। राजबीर प्रधान ने खुद को हृदय का बीमार बताते हुए ब्लड प्रेशर बढ़ने की बात कही। पुलिस ने उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया और तबीयत में सुधार होने पर दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। वहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
कुटेसरा चौकी प्रभारी ओमेंद्र सिंह ने एससी/एसटी एक्ट सहित मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। सोशल मीडिया पर इस मामले की वीडियो तेजी के साथ वायरल हुई। आज फिर से इस मामले ने उस वक्त तूल पकड़ लिया जब पावटी खुर्द जा रहे युवकों को पुलिस ने गांव के बाहर रोक दिया गया।
युवाओं ने त्यागी समाज पर लगातार टिप्पणी किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इसी संबंध में सोशल मीडिया पर पंचायत का भी एलान किया गया था। पुलिस ने मामले में तकरीबन 20 युवकों को हिरासत में लिया है। बता दें कि गांव के पूर्व प्रधान राजवीर सिंह त्यागी की ओर से कराई गई मुनादी के बाद गांव का माहौल लगातार खराब हो रहा है।
पुलिस ने कुख्यात विक्की त्यागी के पिता राजवीर प्रधान को जेल भेज दिया, लेकिन इस बीच दूसरे समुदाय के लोगों ने सोशल मीडिया पर त्यागी समाज को लेकर टिप्पणी शुरू कर दी। सोशल मीडिया पर त्यागी समाज का अपमान किए जाने से नाराज युवाओं ने पावटी खुर्द में पंचायत का एलान कर दिया था। एसएसपी अभिषेक यादव ने शुक्रवार रात ही गांव में तैनात कर दी थी पुलिस। वहीं आज सुबह गांव में जा रहे युवाओं को पंचायत करने से रोक दिया गया है।