कुलगाम में गुरुवार को एक और लक्षित हत्या के बाद श्रीनगर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। श्रीनगर के मुख्य चौक-चौराहों पर सुरक्षाबल मुस्तैद दिखे। सुरक्षाबल हर आने-जाने वाले राहगीरों से पूछताछ कर रहे हैं और उनके सामान की जांच भी की जा रही है। सही जानकारी दिए जाने पर ही लोगों को आगे बढ़ने दिया जा रहा है।

गुरुवार को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने बैंक अधिकारी विजय कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी गई। बैंक मैनेजर विजय कुमार राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के नोहर थाना क्षेत्र के भगवान गांव के रहने वाले थे। घटना कुलगाम के मोहनपोरा में इलाकी देहाती बैंक की है। तीन दिन पहले ही उनकी यहां पोस्टिंग हुई थी।

जरगरइससे पहले मंगलवार को आतंकियों ने कुलगाम में एक महिला शिक्षक रजनी बाला को निशाना बनाया था। रजनी बाला सांब जिले के रहने वाली थी और करीब पंद्रह वर्षों से घाटी में बच्चों को पढ़ा रही थी। इस महीने आतंकियों ने एक कश्मीरी पंडित समेत दो हिंदू सरकारी कर्मचारियों की हत्या की है। रजनी बाला (36) और उनके पति राजकुमार अत्री तीन साल से कुलगाम जिले में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। रजनी की तैनाती सरकारी स्कूल गोपालपोरा में थी।

जरगरखबर है कि कश्मीर में बदले हालातों के बीच कई कश्मीरी पंडित और अन्य अल्पसंख्यक कर्मचारी घाटी छोड़ कर जम्मू का रुख कर रहे हैं। कश्मीर संभाग के कुलागम, बांदीपोरा, अनंतनाग, बारामूला, शौपिया सहित अन्य जिलों में जम्मू संभाग के हजारों कर्मचारी कार्यरत हैं।

इस बीच गुरुवार को कश्मीरी पंडितों ने एक आपात बैठक कर तीन बड़े फैसले लिए हैं। अलग-अलग ट्रांजिट कैंप से आए कश्मीरी पंडितों ने कश्मीर अल्पसंख्यक फोरम के बैनर तले बैठक की। फोरम का कहना है कि बैठक में तीन मुख्य फैसले लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि घाटी में जारी सभी जगहों पर विरोध प्रदर्शनों को तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। फोरम का कहना है कि घाटी में सभी अल्पसंख्यकों के सामने सरकार ने कोई विकल्प नहीं छोड़ा है। ऐसे में वे शुक्रवार सुबह घाटी से बाहर पलायन करेंगे। फोरम ने घाटी में सभी प्रदर्शनकारियों से आह्वान किया है कि वे सभी नवयुग टनल के पास एकत्रित हों और यहां पर आगे की कार्यनीति तय करेंगे।