बीजेपी नूपुर शर्मा के खिलाफ दिखावटी कार्रवाई न करे, वैधानिक कदम उठाए: अखिलेश

बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा  के पार्टी से निकाले जाने के बाद जहां बीजेपी (BJP) इस मामले को लेकर डैमेज कंट्रोल (Damage control) की मुद्रा में दिखाई दे रही है वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav) ने नूपुर शर्मा के निलंबन पर सवाल खड़े किए हैं।

सपा प्रमुख ने कहा है कि भाजपा सिर्फ निलंबन की कार्रवाई कर दिखावा ना करे बल्कि वैधानिक कार्यवाही करें। अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार में एक मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा है कि विवादित बयान पर निलंबन तो उनका भी हुआ था जो आज मंत्री बने बैठे हैं।

बता दें पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर विवादित टिप्पणी को लेकर रविवार दोपहर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है उनके साथी दिल्ली के नेता नवीन कुमार जिंदल को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया है। इसी कार्रवाई पर अखिलेश यादव ने सवाल खड़े किए हैं।

नूपुर शर्मा के निलंबन पर सवाल

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा ‘भाजपा नूपुर शर्मा पर सिर्फ़ निलंबन की दिखावटी कार्रवाई न करे बल्कि वैधानिक क़दम उठाए। विवादित बयान पर भाजपा से निलंबन तो उनका भी हुआ था, जो आज उप्र की भाजपा सरकार में मंत्री बने बैठे हैं’।

नूपुर शर्मा ने मांगी माफ़ी

वहीं बीजेपी से निष्कासित होने के बाद नूपुर शर्मा ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर माफी मांगी है। नूपुर शर्मा ने कहा है कि मेरे आराध्य भगवान शिव का हर रोज अपमान किया जा रहा था। मेरे सामने कहा जा रहा था वह शिवलिंग नहीं फव्वारा है। दिल्ली में हर फुटपाथ पर शिवलिंग है वहां जाकर पूजा कर लो। मेरे भगवान शिव को लेकर बार-बार बातें कही जा रही थी। जिसे मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई गुस्से में आकर कुछ बातें कह दी। अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं शब्द वापस लेती हूं। मेरी मंशा किसी को आहत करने की नहीं थी।

गौरतलब है कि बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी की थी जिसके बाद से पूरे देश में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कानपुर में भी जमकर हिंसा हुई।

सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक नूपुर शर्मा के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद बीजेपी ने रविवार दोपहर को उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है। साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह की ओर से एक पत्र जारी किया गया है कि भारतीय जनता पार्टी सभी धर्म का सम्मान करती है। पार्टी का कोई भी नेता किसी धर्म को आहत करने वाला बयान ना दें यह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here