जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है। वैसे-वैसे इसको लेकर दिलचस्पी भी बढ़ती जा रही है। विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा के बाद एनडीए ने आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू को मैदान में खड़ा किया है। इस दांव से सबसे बड़ी असमंजस की स्थिति झारखंड मुक्ति मोर्चा के सामने खड़ी को गई है। इसको लेकर कल झामुमो ने पार्टी सांसदों और विधायकों की बैठक बुलाई है। पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं। बताया जा रहा है कि इसी बैठक में तय होगा कि झामुमो किसके पक्ष में अपना समर्थन देगा।
दरअसल, यशवंत सिन्हा झारखंड के सांसद रह चुके हैं। वहीं बिहार में जन्म होने के कारण झारखंड से उनका जुड़ाव भी है। वहीं दूसरी ओर एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं और झामुमो आदिवासी के नाम पर ही राजनीति करती है। ऐसे में उसके लिए असमंजस की स्थिति खड़ी हो गई है।
यशवंत सिन्हा को मिली जेड श्रेणी सुरक्षा
राष्ट्रपति चुनावों के लिए शुरू हुए नामांकन के बीच विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की सुरक्षा बढ़ाई गई है। गृह मंत्रालय की ओर से उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। इससे पहले द्रौपदी मुर्मू को भी जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी।
द्रौपदी आज तो यशवंत 27 को करेंगे नामांकन
द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार यानी आज अपना नामांकन दाखिल करेंगी। वहीं यशवंत सिन्हा 27 जून को नामांकन दाखिल करने वाले हैं। 29 जून को नामांकन की अंतिम तारीख है। 18 जुलाई को मतदान होंगे और 21 जुलाई को इसके नतीजे आएंगे। 24 जुलाई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल पूरा हो रहा है।