मुंबई. महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना में एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद राज्य में कई जगहों पर शिवसैनिक आक्रामक हो गए हैं.
कुछ शिव सैनिक एकनाथ शिंदे के साथ दिख रहे हैं तो कुछ उनका समर्थन करने वाले विधायकों का विरोध कर रहे हैं. कई जगहों पर विधायकों के कार्यालयों पर हमले भी हुए हैं.
राज्य में राजनीतिक अस्थिरता की पृष्ठभूमि को देखते हुए मुंबई पुलिस ने शहर में धारा 144 लागू करने का फैसला किया है.
राजनीतिक सत्ता संघर्ष के दौरान जिले और शहर में कानून-व्यवस्था भंग न हो, इसके लिए एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू करने का निर्णय लिया गया है.
एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायकों ने अपने गुट के लिए ‘शिवसेना बालासाहेब’ नाम रखने का फैसला लिया है.
गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे के साथ मौजूद विधायक डॉ. बालाजी किनिकर ने इस खबर की पुष्टि की है.
शिंदे गुट के नाम रखने के बाद शिवसेना को आपत्ति होने की संभावना है. जल्द ही नाम की आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है.
विधायक दीपक केसरकर ने कहा, “हम बालासाहेब की विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध हैं. हमने एक स्वतंत्र ग्रुप बनाया है. हम किसी के साथ विलय नहीं करेंगे. ग्रुप का एक स्वतंत्र अस्तित्व होगा. किसी ने भी पार्टी नहीं छोड़ी है.”
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के क़रीब 40 विधायकों के बग़ावत करने के बाद राज्य सरकार ख़तरे में आ गई है.