प्रवर्तन निदेशालय ने कथित चीनी वीजा घोटाले में कांग्रेस सांसद कार्ति पी चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा है कि अब तक की जांच में वर्तमान अपराध में उनकी संलिप्तता का पता चला है जो वित्तीय लाभ के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालता है।
अपनी 11 जुलाई की स्थिति रिपोर्ट में एजेंसी ने कहा कि एक पूछताछ में सफलता नहीं मिलेगी यदि आरोपी को पता है कि वह सुरक्षित है और आर्थिक अपराधों में अग्रिम जमानत निश्चित रूप से एक प्रभावी जांच में बाधा उत्पन्न करेगी।
एजेंसी ने अदालत को सूचित किया कि जांच अभी अपने शुरुआती चरण में है। कार्ति संसद के मौजूदा सदस्य हैं और अत्यधिक प्रभावशाली हैं इसलिए यदि इस स्तर पर विवार का खुलासा किया जाता है जांच पूर्वाग्रह से ग्रसित होगी। एजेंसी ने यह भी आग्रह किया कि जांच के स्टेटस को केस रिकॉर्ड से देखा जाए।
ईडी ने कहा, “वित्तीय लाभ के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का वर्तमान अपराध गंभीर आर्थिक अपराध है, जिसका अर्थव्यवस्था और समाज पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है।”
एजेंसी ने कहा कि अब तक की गई जांच में आवदेक की संलिप्तता का खुलासा हुआ है। जांच प्रारंभिक और महत्वपूर्ण चरण में है और जांच की फाइंडिंगअदालत में पेश की जाती हैं तो जांच पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए अनुरोध है कि जांच की वर्तमान स्थिति अदालत द्वारा मामले के रिकॉर्ड से देखी जा सकती है।