मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को पानीपत से विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद एवं हरियाणा योग परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शिक्षा विभाग के अध्यापकों के योग प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूलों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक हजार आयुष सहायकों के पदों की स्वीकृति दी गई है। प्रदेश में 560 व्यायामशालाएं स्थापित की गई हैं और इसके अतिरिक्त 600 व्यायामशालाएं स्थापित की जाएंगी। कोरोना काल में जिस तरह से योग साधनाएं, व्यायाम साधनाएं, प्राणायाम बहुत लाभदायक रहे हैं उसी तरह से शरीर के विकारों को समाप्त करने के लिए योग को निरंतर आगे ले जाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि योग से कर्म में कुशलता आती है इसीलिए अध्यापकों के लिए यह प्रशिक्षण शिविर एक सप्ताह का होगा जिसमें पहले चरण में 2200 अध्यापकों को योग में प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंनेे कहा कि अब समय आ गया है कि हर व्यक्ति के जीवन में योग का महत्व बढ़ाया जाए। योग आज विश्व विख्यात हो चुका है। यही कारण है कि संय़ुक्त राष्ट्र संघ ने इसे मान्यता दी है और आज विश्व के 200 देश योग को अपना रहे है। जहां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। विडियो कांफ्रैंस में यमुनानगर से जुड़े शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर ने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन और आत्मा निवास करते हैं। इस योग विद्या को ऋषि-मुनियों ने आगे बढ़ाया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का योग शिक्षा के बारे में व्यक्तिगत रूची लेने पर धन्यवाद भी किया। पंचकूला से जुड़े विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए सभी अध्यापकों के साथ-साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों और प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया। वहीं हरियाणा योग परिषद के चेयरमैन डॉ.जयदीप आर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जिस तरह से योग को बढ़ाने के लिये योग परिषद का गठन किया गया है। उससे योग विद्या को बल मिला है और इससे नये आयाम स्थापित होंगे। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. महाबीर सिंह ने कहा कि ये प्रशिक्षण कार्यक्रम तीन चरणों में 6 हजार स्कूलों में चलाया जाएगा। प्रात:कालीन सभाओं में योग का समावेश होगा।