लुधियाना सिविल अस्पताल में देर रात मारपीट के बाद इलाज कराने आए ताजपुर रोड के ईडब्ल्यूएस कॉलोनी निवासी नाबालिग श्रवण कुमार को कुछ युवकों ने तेजधार हथियार से मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों ने श्रवण की हत्या उस समय की, जब वह सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर खड़ा था और उसका भाई सुमित अंदर इलाज करा रहा था। हथियारों से लैस नौजवान वहां पहुंचे तो श्रवण उनसे बचने के लिए इमरजेंसी वार्ड में घुस गया।
हमलावरों ने इमरजेंसी वार्ड में अंदर घुसकर तेजधार हथियार से ताबड़तोड़ वार किए और श्रवण कुमार को वहीं मौत के घाट उतार दिया। इमरजेंसी वार्ड में नाबालिग पर हमले के दौरान सभी स्टाफ वाले वहां से भाग निकले और अपनी जान बचाई। हमलावर वारदात को अंजाम देने के बाद आराम से वहां से फरार हो गए लेकिन सिविल अस्पताल के अंदर बनी पुलिस चौकी के मुलाजिम आराम फरमाते रहे।
सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी और थाना डिवीजन नंबर दो की पुलिस वहां पहुंची और शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया। पुलिस ने श्रवण के जीजा राजवीर की शिकायत पर विशाल, साहिल उर्फ सोरपी, अभिषेक उर्फ खैचू, अंकुर, मनु, विकास, साहिल और एक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
पुरानी रंजिश में भाई पर किया था हमला
जानकारी के अनुसार श्रवण के भाई सुमित का आरोपी साहिल के साथ पुरानी रंजिश को लेकर झगड़ा चल रहा था। गुरुवार रात करीब नौ बजे सुमित घर के पास खड़ा था। इसी दौरान साहिल अपने कुछ साथियों के साथ आया और उसने सुमित के सिर पर बोतल दे मारी। जिसके बाद वहां झगड़ा हुआ तो आरोपी वहां से चले गए। सुमित, उसका जीजा राजवीर और श्रवण तीनों सिविल अस्पताल मेडिकल कराने पहुंच गए। बताया जा रहा है कि जिस समय सुमित अस्पताल में था तो उसके साथियों ने साहिल उर्फ सोरपी पर हमला किया। आरोपियों को पता था कि सुमित अस्पताल में मौजूद होगा। वह वहां पहुंचे तो आगे श्रवण कुमार उन्हें बाहर खड़ा मिल गया। वह श्रवण को देख उसके पीछे भाग लिए। श्रवण खुद की जान बचाने के लिए इमरजेंसी वार्ड में घुस गया। इसी दौरान आरोपी भी उसके पीछे अंदर घुस गए और तेजधार हथियार से ताबड़तोड़ वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। अस्पताल स्टाफ ने इसकी शिकायत पुलिस को दी लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी सिविल अस्पताल से भाग चुके थे।