भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका लगातार आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। इस संकट की वजह से वहां राजनीतिक हालात भी खराब हो चले है। वहां के लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इन सबके बीच श्रीलंका के वर्तमान हालात से दुनिया के कई देश भी चिंतित नजर आ रहे हैं। भारत में भी इसको लेकर काफी चिंता देखने को मिल रही है। यही कारण है कि श्रीलंका के संकट पर आज केंद्र सरकार की ओर से संसदीय बैठक बुलाई गई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बैठक में श्रीलंका के वर्तमान हालात पर विभिन्न दलों के सदस्यों को अवगत कराया। साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि श्रीलंका को इस वक्त भारत की ओर से किस तरह की मदद की जा रही है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि श्रीलंका में बहुत गंभीर संकट है और यह कई मायनों में अभूतपूर्व स्थिति भी है। उन्होंने कहा कि मामला करीबी पड़ोसी से संबंधित है, हम स्वाभाविक रूप से परिणामों को लेकर चिंतित हैं। इस सर्वदलीय बैठक में नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्लाह, डीएमके के टी आर बालू, सीपीआई के बिनॉय विश्वाम, कांग्रेस सांसद पी चिदंबरम, वाईएसआरसीपी के विजयसाई रेड्डी, अन्नाद्रमुक के एम थंबीदुरई और अन्य सांसद शामिल रहे।