नई दिल्ली: भाजपा ने 2024 की तैयारी ऐसे शुरू कर दी है मानो कुछ महीनों में ही लोकसभा चुनाव (2024 lok sabha elections) होने वाले हैं. इसी क्रम में जहां पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलग अलग राज्यों में कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं, वहीं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के भी, एक के बाद एक राज्यों में ताबड़तोड़ कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं. हालांकि पार्टी संविधान के अनुसार जेपी नड्डा का बतौर भाजपा अध्यक्ष कार्यकाल (BJP President JP Nadda) जनवरी 2023 में ही खत्म होने वाला है. भाजपा ने संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति समेत प्रदेश अध्यक्षों, संगठन मंत्रियों और राष्ट्रीय महासचिवों में तो बदलाव कर दिया है, लेकिन अध्यक्ष पद के चुनाव (BJP President election) के लिए जो सांगठनिक चुनाव राज्यों में कई महीने पहले से शुरू कर दिए जाते थे, उसकी सुगबुगाहट भी नहीं दिख रही.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, पार्टी और सरकार में जिस तरह का तालमेल दिख रहा है उसे देखते हुए पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव तक वर्तमान अध्यक्ष यानी जेपी नड्डा के कार्यकाल को विशेष प्रस्ताव के तहत 2024 तक बढ़ाने की तैयारी कर रही है ताकि तालमेल में फिलहाल कोई छेड़छाड़ ना हो. 2024 में अप्रैल और मई में लोकसभा चुनाव संपन्न होंगे और यदि देखा जाए तो उससे पहले लगातार कई राज्यों के विधानसभा चुनाव भी हैं. इसलिए जिस तरह का तालमेल फिलहाल संगठन और सरकार में देखने को मिल रहा है पार्टी उसे बिगाड़ना नहीं चाहती है.
20 जनवरी 2020 को जेपी नड्डा ने पूर्णकालिक भाजपा अध्यक्ष के तौर पर कमान संभाली थी, उससे पहले 2019 में अमित शाह के गृह मंत्री बनने के साथ ही जेपी नड्डा को भाजपा का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया था, जिसके कुछ महीने बाद ही उन्हें पूर्णकालिक अध्यक्ष चुन लिया गया था और उनका कार्यकाल तीन साल का था. फिलहाल यदि देखा जाए तो आने वाले दिनों में हरियाणा के कैथल से लेकर हिमाचल प्रदेश, गुजरात और भी कई अन्य राज्यों में भाजपा अध्यक्ष के लगभग जनवरी, फरवरी तक के कार्यक्रम तैयार हैं. जो साफ साफ संकेत दे रहे हैं कि बीजेपी अपने वर्तमान अध्यक्ष के नेतृत्व में ही 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेगी, जिसके लिए विशेष प्रस्ताव लाकर नड्डा को 2024 तक दोबारा अध्यक्ष नियुक्त करने का पार्टी ने लगभग मन बना लिया है.
इस मुद्दे पर पार्टी के एक वरिष्ठ राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि पार्टी में कोई भी निर्णय संसदीय बोर्ड लेता है और ये निर्णय भी उसी के क्षेत्राधिकार में है और उन्हें फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी नहीं. मगर उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि जेपी नड्डा के कार्यकाल में पार्टी और सरकार के बीच तालमेल काफी अच्छा बना हुआ है.