भाजपा के ये छुटभैये नेता !

अभी 29 अगस्त को मथुरा रेलवे पुलिस ने बच्चा चोर गिरोह के 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना हाथरस का एक डॉक्टर है जो अपनी डॉक्टर पत्नी के साथ मिलकर बच्चों को बेचने का धंधा करता था। भाजपा पार्षद विनीता अग्रवाल निःसन्तान थी, अतः उन्होंने एक लाख 80 हजार रूपये में चोरी का बालक डॉक्टर दम्पत्ति से खरीद लिया। पुलिस ने नगरपालिका पार्षद, उनके पति व डॉक्टर दम्पति सहित 8 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

दुर्भाग्य है कि देश में नवजात बच्चों की चोरी, अपहरण तथा सन्तान के लिए दूसरों के बच्चों की बलि देने का पैशाचिक कुकृत्य इस प्रगतिशील युग में भी हो रहा है। प्रश्न उठता है कि जो महिला नगर पालिका के पार्षद पद पर हो, वह भी खुद को आदर्शवादी बताने वाले दल भाजपा से संबंध रखती हो, कैसे गैर कानूनी कृत्य में शरीक हो गई? इससे यही सिद्ध होता है कि लोगों को सिद्धांतों से कुछ लेना-देना नहीं, वे सत्ता का पल्ला अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए ही पकड़ते हैं।

भाजपा किसान मोर्चा के पदाधिकारी श्रीकांत त्यागी का प्रकरण अभी चालू है। उसे निर्दोष और महात्मा बता कर जेल से बाहर करने के लिए जातीय पंचायतें कर दबाव बनाया जा रहा है।

ये खबरें अभी तक गर्म थीं कि रांची से झारखंड की एक भाजपा नेत्री का समाचार सामने आ गया। सेवा निवृत आई. ए. एस. अधिकारी महेश्वर पात्रा की पत्नी सीमा भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा कार्यकारिणी की सदस्य है। सीमा पात्रा की अपनी घरेलू दिव्यांग महिला नौकरानी के साथ किये जा रहे बर्बर व्यावहार की दारुण कथा सामने आई है। वे नौकरानी को कमरे में बन्द कर डंडों व सरिया से बुरी तरह पिटती है, गर्म लोहे से दागती हैं। मारपीट से उसके पाँच दाँत टूट गये हैं। दरिंदगी की पराकाष्ठा यह है कि भाजपा की यह बड़ी नेत्री नौकरानी से अपना मल-मूत्र मुंह के जरिये साफ कराती है। रांची पुलिस को जब यह सूचना मिली तो उसने नौकरानी को सीमा पात्रा के कब्जे से मुक्त कराया। अस्पताल में भर्ती नौकरानी इतकी भयभीत है कि बेड से उठ-उठ कर भागने की कोशिश करती है।

एक अन्य समाचार के अनुसार हरियाणा के निर्दलीय विधायक रणधीर सिंह गोलन के पुत्र अमित गोलन ने भाजपा किसान मोर्चा के नेता विनोद खरब के विरुद्ध पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर 39 लाख रुपये ठगे थे, जिसकी प्राथमिकी उसने पांच जुलाई को पंचकुला पुलिस में दर्ज कराई थी। जब खरब अमित के हाथ न आया तो वह उसके गांव छोटी नारा जिला पानीपत पहुंचा। ग्रामीणों ने बताया कि विनोद पुलिस व दूसरे विभागों में भर्ती कराने के बहाने करोड़ों रूपये ठग चुका है।

यक्ष प्रश्न यह है कि जब भाजपा आदर्शों व सिद्धांतों की बात करती है तो ऐसे गैर टकसाली लोगों को पार्टी में प्रवेश कैसे मिल जाता है? एक चपरासी की नियुक्ति में भी उसका चरित्र प्रमाण पत्र देखा जाता है, नेताओं की भर्ती में क्या कोई जानकारी हासिल नहीं की जाती? केवल शीर्ष नेतृत्व के सहारे तो एकभारत, श्रेष्ठ भारत बनने वाला नहीं!

गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’

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