गोगरा हॉट स्प्रिंग्स से पूरी तरह हटे भारत-चीनी सैनिक, गिराए गए बंकर

भारत और चीन गोगरा-हॉटस्प्रिंग में पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 से 12 सितंबर तक डिसइंगेजमेंट पूरा हो गया। अधिकारियों ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इलाके में जो अस्थाई ढांचा बनाया गया था उसे गिरा दिया गया है। इस इलाके की पूरी जमीन समतल कर दी गई है। साथ ही दोनों देश सेना की वापसी के मुद्दे की समीक्षा के लिए आने वाले दिनों में क्षेत्र का संयुक्त रूप से परीक्षण करेंगे। इस क्षेत्र में वापसी की प्रक्रिया 8 सितंबर को सुबह 8:30 बजे शुरू हुई और 12 सितंबर को पूरी हो गई। 

एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मई 2020 में पूर्वी लद्दाख सीमा पर झड़प के बाद से यह चौथी बार है जब भारत और चीन ने अपने सैनिकों को वापस बुलाया है।  गोगरा-हॉटस्प्रिंग के पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 से बलों को वापस बुलाने के बाद अब वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे देस्पांग और डेमचक के संघर्ष क्षेत्रों की ओर ध्यान दिया जा रहा है। जिस क्षेत्र का अभी तक निराकरण नहीं हुआ है।

बता दें, गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स पीपी-15 क्षेत्र से पीछे हटने की सहमति भारत चीन कोर कमांडर स्तर की बैठक के 16वें दौर में बनी थी। इसके बाद सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा था कि पूर्वी लद्दाख में गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स क्षेत्र में पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 से भारतीय और चीनी सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रही है। पांच मई, 2020 को पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद पूर्वी लद्दाख सीमा पर गतिरोध शुरू हो गया था। दोनों पक्षों ने धीरे-धीरे भारी हथियारों से लैस हजारों सैनिकों की तैनाती कर दी थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here