मेघायल के राज्यपाल पद से सेवानिवृत्त होने के बाद सबसे पहले सत्यपाल मलिक बुधवार को अपने गांव में पहुंचे। यहां प्राथमिक विद्यालय में उनके सम्मान में कार्यक्रम रखा गया। जहां उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठकर खाना खाया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से वार्ता करते हुए भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है, सरकार में लोग महंगाई से परेशान है। कहा कि सेवानिवृत होने के बाद उनके खिलाफ भी जांच हो सकती है। लेकिन कितनी ही जांच करा लें, मैं तो फकीर आदमी हूं, कुछ नहीं मिलेगा।
उन्होंने कहा कि वह अब चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत और मुलायम सिंह यादव के लड़के अखिलेश यादव की मदद करेंगे। यहां उन्होंने यह भी साफ किया कि वह कोई पार्टी जॉइन नही करेंगे और न हो कोई चुनाव लड़ेंगे। कहा कि अब वह सिर्फ किसानों की आवाज उठाने के लिए काम करेंगे।
बता दें कि हिसावदा गांव निवासी सत्यपाल मलिक को सबसे पहले जम्मू कश्मीर का राज्यपाल बनाया गया था। वहां अपने कई बयानों को लेकर चर्चा में रहे। किसान आंदोलन के दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ भी कई बयान दिए। अब वह कुछ दिन से लगातार सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे। रालोद को लेकर उनका रुख काफी नरम था।
सत्यपाल मलिक मेघालय के राज्यपाल थे। उनका कार्यकाल सोमवार को पूरा हो गया। सत्यपाल मलिक सेवानिवृत्त होने के बाद बुधवार को अपने पैतृक गांव हिसावदा पहुंचे और ग्रामीणों से कुशल क्षेम पूछा।
उनके भतीजे गोलू मलिक ने बताया कि हिसावदा स्थित स्कूल में पूर्व राज्यपाल के लिए सम्मान समारोह रखा गया। यहां वह ग्रामीणों के साथ बैठकर राजनीतिक माहौल पर चर्चा कर रहे हैं और भोजन भी करेंगे। उनके लिए विशेष तौर पर आलू जीरा, मटर पनीर, रायता व सोंठ बनवाए गए।