वाराणसी: करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी में चिटफंड कंपनी का संचालक गिरफ्तार

निवेशकों के करोड़ों रुपये लेकर फरार रियल सनराइज ग्रुप ऑफ कंपनी के संचालक अंकित यादव को ईओडब्ल्यू ने शनिवार को छावनी क्षेत्र से गिरफ्तार किया। कब्जे से स्विफ्ट कार बरामद हुई, जो गबन की आरोपी कंपनी के अन्य सदस्य के नाम से है। गाजीपुर में कंपनी खोलकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की गई।

ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन) वाराणसी सेक्टर के निरीक्षक सुनील वर्मा के अनुसार गिरफ्तार गाजीपुर के करंडा स्थित गोशंदेपुर निवासी अंकित यादव रियल सनराइज ग्रुप ऑफ कंपनी में मुख्य संचालक की भूमिका में था। कंपनी के एमडी समेत संचालकों पर 2017 में गबन, धोखाधड़ी समेत अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज हुआ था।

2012 में गाजीपुर में खोला था कार्यालय

पूछताछ में सामने आया कि रियल सनराइज हॉस्पिटलिटी लिमिटेड और रियल सनराइज केमटेक लिमिटेड और रियल सनराइज मल्टी ट्रेड नामक चिटफंड कंपनी के प्रबंध निदेशक और निदेशकों ने इसका रजिस्ट्रेशन कंपनी रजिस्ट्रार नई दिल्ली और कलकत्ता से कराकर वर्ष 2012 में कार्यालय गाजीपुर में खोला।

गबन के आरोपी के पास से बरामद कार

इसके निदेशकों और संचालकों ने जनता को झांसा देकर लुभावने योजनाओं का सब्जबाग दिखाकर करोड़ों रुपये जमा कराया और वर्ष 2016 में जमा धन लेकर फरार हो गए। जमानिया के बड़ेसर निवासी रामजी सिंह, रामभरोसे प्रजापति और हरेंद्र सिंह ने अक्तूबर 2017 में कोतवाली गाजीपुर में निदेशकों और संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित धन गबन का मुकदमा दर्ज कराया था।पश्चिम बंगाल निवासी प्रबंध निदेशक और निदेशकों के साथ ही स्थानीय निदेशकों और संचालकों की भी संलिप्ता भी विवेचना में पाया गया। अंकित यादव कंपनी में मुख्य संचालक की भूमिका में कार्यरत था। अंकित के पास से बरामद कार गबन में शामिल एक अन्य अभियुक्त के नाम से है, जिसे सीज किया गया।  

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