फरीदकोट की बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की नियुक्ति का विवाद अभी थमा भी नहीं है कि पंजाब सरकार और राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के बीच फिर से खींचतान सामने आ गई है। राज्यपाल ने सरकार को एक पत्र जारी कर पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के नवनियुक्त वीसी सतवीर सिंह गोसल को हटाने को कहा है।
पत्र में राज्यपाल का कहना है कि यह नियुक्ति यूजीसी के नियमों के खिलाफ और चांसलर की मंजूरी के बिना की गई है। गौरतलब है कि राज्यपाल इस यूनिवर्सिटी के चांसलर भी हैं। उन्होंने पत्र में सरकार को हिदायत की है कि नए वीसी की नियुक्ति तक कृषि विभाग के प्रशासनिक सचिव को कार्यभार सौंपा जाए और नए वीसी की नियुक्ति के लिए चांसलर के परामर्श के साथ नियमानुसार प्रक्रिया शुरू की जाए।इससे पहले पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने मंगलवार को बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के पद पर डॉ. गुरप्रीत सिंह वांडर की नियुक्ति का प्रस्ताव खारिज कर दिया था। राजभवन ने सरकार के प्रस्ताव पर एतराज जताते हुए कहा था कि नियमानुसार इस पद के लिए शार्ट लिस्ट तीन नामों का पैनल भेजा जाना चाहिए। सरकार ने इस संबंध में राज्यपाल से कोई सलाह भी नहीं ली, जबकि इस यूनिवर्सिटी के चांसलर खुद गवर्नर हैं। वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, वह जल्द ही एक पैनल राजभवन को भेजेंगे।
राज्यपाल व सरकार के बीच विवाद
पंजाब में सरकार और राज्यपाल के बीच विवाद जगजाहिर हैं। कुछ दिन पहले ही राज्यपाल ने पंजाब राजभवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के स्वागत में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भगवंत मान की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए थे। इससे पहले भी, राज्यपाल और सरकार उस समय सामने आ गए थे जब सरकार ने विश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाने का एलान किया था। राज्यपाल ने पहले विशेष सत्र को मंजूरी दे दी लेकिन लेकिन बाद में अपना फैसला वापस ले लिया। इसके बाद सरकार ने फिर से विशेष सत्र बुलाने का फैसला लिया तो राज्यपाल ने मंजूरी देने से पहले सरकार से सत्र के दौरान किए जाने वाले कामकाज का ब्योरा मांग लिया था।