अमृतसर के भगतांवाला स्थित नगर निगम के दफ्तर में सोमवार को दीवाली की रात करीब 11 बजे अचानक ही आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी कि वहां रखा सारा रिकॉर्ड व अन्य सामान जल गया। बताया जा रहा है कि दफ्तर के अंदर करीब दो दर्जन सिलिंडर रखे थे और आग के कारण दो सिलिंडरों में विस्फोट हो गया। जबकि बाकी सिलिंडरों को दमकल विभाग के कर्मचारियों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि सोमवार की रात जब लोग पटाखे फोड़ रहे थे तो रात 11 बजे एकाएक भगतांवाला स्थित नगर निगम के कार्यालय से आग की लपटें निकलनी शुरू हो गईं। लोगों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को घटना के बारे में जानकारी दी। लगभग पांच मिनट के भीतर दमकल विभाग की चार गाड़ियां घटना स्थल पर पहुंच गई। फायर कर्मियों ने आग पर काबू पाने के लिए उस पर पानी की बौछारें फेंकनी शुरू कर दीं।

आग नहीं बुझने के कारण फायर ब्रिगेड की चार अन्य गाड़ियों को भी घटनास्थल पर बुलाया गया। इस बीच जोरदार धमाकों की आवाज सुनाई दी। इस बीच विभाग को पता चला कि आसपास रेहड़ियां लगाने वाले लोग अपने एलपीजी के सिलिंडर दफ्तर में छोड़ जाते हैं। किसी तरह 23 अन्य सिलिंडर बाहर निकाले गए। करीब दो घंटों की मशक्कत के बाद दमकल विभाग की आठ गाड़ियां और 100 से ज्यादा लोगों ने आग पर काबू पाया। आशंका जताई है कि दफ्तर में गिरने वाले पटाखों की चिंगारी से यह आग लगी है।
डेढ़ दर्जन जगहों पर लगी आग
दिवाली वाले दिन और रात दमकल विभाग के दफ्तर में आग लगने की 18 शिकायतें दर्ज करवाई गई। पहली कॉल सोमवार और मंगलवार की मध्यरात्रि करीब एक बजे वल्ला सब्जी मंडी से आई। यहां पटाखों की चिंगारी से आग लगने की घटना बताई जा रही है। यहां लगी आग से लाखों का फ्रूट और सब्जियां जल गईं। इसके बाद दूसरी कॉल 1.25 बजे मजीठा रोड स्थित घालामाल चौक से आई।
फायर कर्मियों ने कुछ ही देर में मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पा लिया गया। इसके अलावा तीन खोखे जल गए। इसके बाद चौक जय सिंह स्थित एक मकान में आग लग गई। पहली मंजिल पर लगी आग की लपटें बाहर आ रही थी। तंग गलियों में जाकर फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया।