बिहार में नए विधानसभा का सत्र शुरू हो चुका है। सत्र की शुरूआत होते ही तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी ने ली शपथ ली और उसके बाद सभी विधायकों ने शपथ ली। जबकि सत्र के पहले सीएम नीतीश कुमार ने प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी से मुलाकात की थी।
बिहार विधानसभा की कार्यवाही के पहले दिन भाजपा ने तेजस्वी का इस्तीफा मांग लिया। भाजपा ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर अपने मंत्री को पद से हटा दिया था और अब आरजेडी नेता तेजस्वी भी अपने पद से इस्तीफा दें, क्योंकि उन पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगा है।
वहीँ, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन विधायक की शपथ के दौरान सत्र में विवाद शुरू हो गया। उन्होंने जब शपथ ली तब शपथ पत्र में लिखे ‘हिन्दुस्तान’ शब्द को बोलने से इनकार किया और उसकी जगह ‘भारत’ का इस्तेमाल किया।
दरअसल, विधायक अख्तरुल इमान का नाम जैसे ही सदस्यता की शपथ के लिए पुकारा गया वैसे ही उन्होंने खड़े होकर भारत की जगह हिन्दुस्तान शब्द रखे जाने पर आपत्ति जता दी। उन्हें उर्दू भाषा में शपथ लेनी थी लेकिन उर्दू में भारत की जगह हिन्दुस्तान शब्द के होने पर उन्होंने आपत्ति जताई और प्रोटेम स्पीकर से भारत शब्द का इस्तेमाल करने की गुजारिश की।
अख्तरुल इमान ने कहा कि हिंदी भाषा में भारत के संविधान की शपथ ली जाती है। बिहार में भी शपथ लेते हुए मैथिली में हिन्दुस्तान की जगह भारत शब्द का ही इस्तेमाल किया जाता है लेकिन उर्दू में शपथ लेने के लिए जो पत्र दिया गया है उसमें भारत की जगह हिन्दुस्तान शब्द का लिखा गया है। उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि वो भारत के संविधान की शपथ लेना चाहते हैं ना कि हिन्दुस्तान की संविधान की।
बता दें, इस बार सत्र में मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी के 4 सदस्य नजर आएंगे। इस बार 10 साल के बाद बसपा की सदन में वापसी होगी। बसपा के एक सदस्य की 2010 के बाद जीत दर्ज की है। वहीँ, विभिन्न दलों से 90 विधायक पहली बार सदन में पहुंचे हैं।