मुख्तार की मुखौटा कंपनियों के मालिकों में कुछ लोग प्रयागराज के भी रहने वाले हैं। ईडी की टीम ने बृहस्पतिवार को नुरुल्लाह रोड और करेली में दो जगहों पर छापेमारी की। नुरुल्लाह रोड और करेली में मुख्तार के दो रिश्तेदारों के घर हैं। ईडी को शक है कि मनी लांड्रिंग में मुख्तार का रिश्तेदार भी शामिल है। ईडी की छापेमारी को लेकर नुरुल्लाह रोड और करेली में आज काफी गहमा गहमी थी। मुख्तार के परिवार वालों ने इस बारे में किसी से भी बात करने से इनकार कर दिया।
मुख्तार के करीबियों की कई और कंपनियां ईडी के रडार पर
माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। अभी विकास कंस्ट्रक्शन का मामला चल ही रहा है। इस बीच ईडी को कई और ऐसी मुखौटा कंपनियों के बारे में जानकारी मिली है, जिसके मालिकों में किसी और के नाम दर्ज हैं, लेकिन हैं सभी मुख्तार और उसके परिवार की ही। बृहस्पतिवार को इन कंपनियों के बारे में भी ईडी ने मुख्तार के बेटे अब्बास और साले आतिफ रजा उर्फ सरजील से लंबी पूछताछ की।
ईडी को इस बात के पुख्ता सुबूत मिले हैं कि विकास कंस्ट्रक्शन माफिया मुख्तार अंसारी की है। कंपनी के खातों से मुख्तार के बेटे अब्बास तथा परिवार के अन्य लोगों के खातों में रकम ट्रांसफर की गई थी। इसके अलावा भी ईडी को कई सुबूत मिले हैं। उन्हीं कागजातों के आधार पर बृहस्पतिवार को अधिकारियों ने अब्बास और सरजील से पूछताछ की।
रुपयों के लेन-देन के सुबूतों को देखकर दोनों निरुत्तर रहे। विकास कंस्ट्रक्शन के अलावा ईडी को पूर्वांचल की कई ऐसी कंपनियों के बारे में पता चला है, जिनका टर्नओवर लाखों में है लेकिन उनके मालिकों के घर और रहन-सहन उस स्तर का नहीं है। इन कंपनियों की सबसे खास बात यह है कि सभी के मालिक या तो मुख्तार से सीधे जुड़े हुए हैं या फिर उसके रिश्तेदार या करीबी हैं।ईडी को पूरी आशंका है कि ये कंपनियां भी मुख्तार की मुखौटा कंपनियां हैं। आज इन कंपनियों से जुड़े तमाम दस्तावेजों के साथ ईडी ने अब्बास और सरजील से पूछताछ की। इन कंपनियों के मालिकों में प्रयागराज के करेली और नुरुल्लाह रोड के रहने वाले भी कुछ लोग हैं। ईडी सूत्रों ने बताया कि जांच का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। इसमें न सिर्फ मुख्तार का परिवार शामिल हैं, बल्कि उसके दोस्त और दोस्तों के दूरदराज के रिश्तेदार भी शामिल हैं। जैसे जैसे सुबूत मिलता जाएगा, शक के दायरे में आए लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।