जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. लोकेश चंद गुप्ता ने बताया राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने टीबी के पांच मरीजों को पोषण सामग्री बांटी। लोगों को टीबी से मुक्त करने के लिए अभियान जोरों पर है।
सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. लोकेश चंद गुप्ता ने बताया कि टीबी का उपचार बीच में छोड़ देने पर मल्टी ड्रग रजिस्टेंस एमडीआर टीबी हो जाती है। इसलिए कहा जाता है कि एक बार टीबी का उपचार शुरू होने पर बीच में दवा खाना न छोड़ें। चिकित्सक की सलाह पर ही दवा लेना बंद करें। एमडीआर टीबी पीड़ितों का उपचार थोड़ा कठिन और लंबा हो जाता है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग के पास एमडीआर का भी नि:शुल्क उपचार उपलब्ध है, लेकिन मरीजों को अतिरिक्त देखरेख की जरूरत होती है।