रामपुर में पहली बार खिला कमल, आकाश सक्सेना ने दर्ज की शानदार जीत

रामपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा के आकाश सक्सेना ने सपा प्रत्याशी आसिम राजा को 34136 वोटों से शिकस्त दी है। रामपुर सीट पर पहली बार कमल खिलने से आजम खां के जरिये की गई सपा की सियासी किलेबंदी ध्वस्त हो गई।

नफरती भाषण के आरोप में कोर्ट से सजा होने पर आजम खां की विधायकी जाती रही थी। इसके बाद रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में पांच दिसंबर को मतदान हुआ था। उपचुनाव में 387528 मतदाताओं में से 131515 ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। इसके चलते इस बार रामपुर का वोट प्रतिशत 33.94 फीसदी पर सिमट गया था, जो रामपुर के चुनावी इतिहास में सबसे कम मत औसत है।

बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे मंडी समिति में वोटों की गिनती शुरू हुई। पहले 20 राउंड की गिनती में सपा के प्रत्याशी आसिम राजा बढ़त बनाए रहे लेकिन 21वें राउंड से तस्वीर बदलने लगी। इसके बाद हर राउंड में आकाश के वोटों का आंकड़ा बढ़ता गया। 28वें राउंड के बाद सपा प्रत्याशी आसिम राजा मतगणना स्थल से चले गए। 33वें राउंड की गिनती के बाद 34136 वोटों से आकाश सक्सेना को विजेता घोषित किया गया।
आकाश सक्सेना को 81432 वोट मिले। सपा के आसिम राजा के खाते में 47296 वोट आए। 726 वोट लेकर नोटा ने तीसरे स्थान पर जगह बनाई। इस चुनाव में भाजपा से आकाश सक्सेना, सपा से आसिम राजा समेत कुल 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।

इस सीट से 10 बार आजम और एक बार पत्नी रहीं हैं विधायक
रामपुर विधानसभा सीट पर अब तक 18 बार चुनाव और दो बार उपचुनाव हुए हैं। यह उपचुनाव रामपुर सीट का 20वां चुनाव है। इन चुनावों में 10 बार आजम खां ने और एक उपचुनाव में उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा ने जीत हासिल की है। वर्ष 2002 के बाद यह पहला मौका है जब इस सीट पर चुनाव में आजम खां या उनके परिवार से कोई उम्मीदवार नहीं है। अदालत से सजा के बाद चुनाव लड़ने और वोट डालने पर पाबंदी के नियम के चलते आजम खां के करीबी आसिम राजा को सपा का उम्मीदवार बनाया गया था।इस सीट पर आजम खां ने 1980 से 1993 तक लगातार पांच बार चुनाव जीते। 1996 के विधानसभा चुनाव में आजम खां को दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा था। इससे पूर्व 1977 के अपने पहले चुनाव में भी उन्हें हार मिली थी। वर्ष 2002 से 2022 के पांच विधानसभा चुनावों में आजम खां ने फिर लगातार पांच बार जीत हासिल की थी। 2019 में आजम खां रामपुर लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए थे। इसके बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा ने जीत हासिल की थी। 2022 के विधानसभा चुनाव में जेल रहते हुए आजम खां ने चुनाव लड़ा था और लगभग 55 हजार वोटों से जीत हासिल की थी। इस चुनाव में उनके मुकाबले पर भाजपा से आकाश सक्सेना थे।

रामपुर के अब तक के विधायक
1952 फजलुल हक – कांग्रेस
1957 असलम खां – निर्दलीय
1962 बेगम किश्वर आरा – कांग्रेस
1967 अख्तर अली खां – स्वतंत्र पार्टी
1969 मुर्तजा अली खां – कांग्रेस
1974 मंजूर अली खां – कांग्रेस
1977 मंजूर अली खां – कांग्रेस
1980 आजम खां – जनता पार्टी (एस)
1985 आजम खां – लोकदल
1989 आजम खां – जनता दल
1991 आजम खां – जनता पार्टी
1993 आजम खां – सपा
1996 अफरोज अली खां – कांग्रेस
2002 आजम खां – सपा
2007 आजम खां – सपा
2012 आजम खां – सपा
2017 आजम खां – सपा
2019 तजीन फात्मा – सपा (उपचुनाव)
2022 आजम खां – सपा
2022 आकाश सक्सेना – भाजपा (उपचुनाव)

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