राजोरी फायरिंग में मारे गए युवकों के परिजनों को पांच-पांच लाख की अनुग्रह राशि

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राजोरी में संदिग्ध फायरिंग में मारे गए घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने प्रभावित परिजनों के प्रति शोक जताते हुए घायल युवक को उचित उपचार देने के निर्देश भी दिए हैं। एलजी ने मारे गए दोनों युवकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उधर, मृतकों का शनिवार दोपहर को अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना ने कहा कि युवकों की मौत की जांच पुलिस और सेना पारदर्शी तरीके से करेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह शोपियां मुठभेड़ में तीन युवकों के मारे जाने की जांच हुई थी उसी तरीके से इस मामले की भी स्पष्ट और पारदर्शी जांच होगी। कानून सभी के लिए बराबर है। 

शुक्रवार को राजोरी-जम्मू हाईवे स्थित शहर से सटे अल्फा ट्रैफिक चेक पोस्ट (टीसीपी) इलाके में एक सैन्य शिविर के बाहर सुबह करीब 6:30 बजे संदिग्धों की फायरिंग में दो पोर्टरों की मौत हो गई गई थी। इसके अलावा एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया।

घटना से गुस्साए स्थानीय नागरिकों ने सात घंटे तक हाईवे जाम कर कर सैन्य कैंप और सेना के वाहनों पर पत्थरबाजी की थी। घटना के बाद सेना ने ट्वीट कर स्पष्ट किया कि संदिग्ध आतंकियों की फायरिंग में दोनों पोर्टर मारे गए, जबकि एक अन्य घायल हो गया। जिला प्रशासन ने पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना से पूरे इलाके में तनाव है।

घटना में घायल उत्तराखंड के अनिल कुमार ने जीएमसी राजोरी में बताया कि फायरिंग संदिग्धों की ओर से की गई। इनकी संख्या दो थी, जो शॉल लपेटे हुए थे। एक लंबे कद का था व दूसरा छोटे कद का। अनिल ने बताया कि इन दोनों ने सैन्य ठिकाने का रास्ता पूछा।

इस पर उसने टोकते हुए सवाल किया कि आप कौन हो तो संदिग्धों ने धक्का दे दिया। वह गिर गया तभी उन्होंने दो गोलियां मारीं। इसके बाद वे सैन्य कैंप के गेट पर पहुंचे और वहां खड़े दो लोगों को भी गोली मार दी। इसके बाद भाग निकले।

शुक्रवार की सुबह कॉनवाय ग्राउंड के अंदर सेना की वेट कैंटीन में काम करने वाले दो स्थानीय सुरिंदर कुमार (38) और कमल कुमार (40) जिन्हें पोर्टर भी बताया जा रहा है रोज की भांति गेट के पास पहुंचे और अंदर जाने वाले थे कि दो संदिग्धों ने फायरिंग शुरू कर दी।

दोनों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि थोड़ी दूरी पर खड़ा उत्तराखंड निवासी अनिल कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। अनिल कॉनवाय ग्राउंड के अंदर धोबी का काम करता है। जैसे ही दो लोगों की मौत की खबर इलाके में पहुंची तो बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए।

उन्होंने राजोरी-जम्मू हाईवे बंद करके प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन करने वालों ने नारेबाजी करते हुए सेना के कॉनवाय ग्राउंड पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर टायर जलाकर यातायात ठप कर दिया था।

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