भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी चीन और पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं। भाजपा प्रमुख ने कहा कि उनके बयान की जितनी आलोचना की जाए वो कम, उनका बयान सेना के मनोबल को तोड़ने वाला है। तवांग में ताजा घटनाक्रम के बाद कांग्रेस नेता ने बयान दिया था कि अरुणाचल प्रदेश में चीनी सैनिक भारतीय सेना के जवानों की पिटाई कर कर रहे हैं।
बयान को लेकर भाजपा प्रमुख ने कहा कि यह उनकी देशभक्ति को लेकर प्रश्च चिह्न खड़े करता है। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक पर भी सवाल उठाया था। यह उनके मानसिक दिवालियापन को दिखाता है।
राहुल गांधी को पार्टी से निष्कासित करें मल्लिकार्जुन खरगे: भाटिया
भाटिया ने राहुल गांधी की तुलना कन्नौज के राजा जयचंद से की, जिन्हें भारतीय इतिहास में एक विश्वासघाती के रूप में पेश किया जाता है। भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि उन्होंने लगातार सशस्त्र बलों के मनोबल को तोड़ने की कोशिश की है, चाहे वह आतंक पर सर्जिकल स्ट्राइक हो या पाकिस्तान में आतंकी शिविर पर एयर स्ट्राइक हो या गलवान घाटी में झड़प हो।
भाजपा नेता ने कहा कि गांधी ने कथित तौर पर पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों पर सशस्त्र बलों के हमलों के सबूत मांगे। उन्होंने प्रधानमंत्री को सरेंडर मोदी कहा। भाटिया ने कहा, कांग्रेस नेता को अपने बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि माफी से उनका पाप तो नहीं धुलेगा लेकिन कम से कम यह जरूर दिखाएगा कि उन्हें अपनी गलती का अहसास हो गया है।
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शुक्रवार को जयपुर में एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है। उन्होंने सरकार पर इसे अनदेखा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है और कहा कि सरकार सो रही है और इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है।
क्या राहुल गांधी का सशस्त्र बलों से भरोसा उठ गया : अनुराग ठाकुर
ठाकुर ने कहा, इन लोगों को चीन के नाम पर डर फैलाने की आदत है। लेकिन यह 1962 का भारत नहीं है, यह 2014 का भारत है। भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। केंद्रीय मंत्री आगे कहा कि यूपीए शासन के दौरान तत्कालीन सरकार ने सशस्त्र बोलं को बुलेटप्रुफ जैकेट या राफेल फाइटर जेट के साथ सशक्त नहीं किया। उन्होंने कहा, आज भारत में तीन सौ से ज्यादा रक्षा वस्तुएं बनाई जा रही हैं। भारत अब रक्षा उपकरणों का निर्यातक है, आयातक नहीं। यह आत्मनिर्भर भारत है।
देश को भरोसे में क्यों नहीं ले रहे पीएम : जयराम रमेश
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में यह भी कहा कि प्रधानमंत्री का यह राजनीतिक कर्तव्य और नैतिक जिम्मेदारी है कि वह इस मुद्दे से जुड़े सवालों पर अपने ‘मन की बात’ करें। रमेश ने अपने बयान में प्रधानमंत्री से सात सवाल पूछे और कहा, ‘यह प्रधानमंत्री का राजनीतिक कर्तव्य और नैतिक जिम्मेदारी है कि वह इन सात सवालों पर अपने ‘मन की बात’ करें। राष्ट्र जानना चाहता है।’
उन्होंने सवाल किया, ’20 जून, 2020 को आपने (प्रधानमंत्री) क्यों कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन द्वारा कोई घुसपैठ नहीं हुई? आपने चीन को यह अनुमति क्यों दी कि वह हमारे सैनिकों को उन हजारों किलोमीटर के क्षेत्र में जाने से रोके जहां वे मई, 2020 से पहले नियमित रूप से गश्त किया करते थे?’
रमेश ने यह भी पूछा, “आपने ‘माउंटेन स्ट्राइक कोर’ बनाने को लेकर `17 जुलाई, 2013 को कैबिनेट द्वारा स्वीकृत की गई योजना को क्यों त्याग दिया? आपने चीनी कंपनियों को पीएम केयर फंड में अंशदान क्यों देने दिया? आपने पिछले दो वर्षों में चीन से आयात को रिकॉर्ड स्तर पर क्यों बढ़ने दिया?”