उज्जैन में शुरू हुआ ग्राम पटेलों का महाकुंभ, सरपंचों के पैर धोकर की शुरुआत

मध्यप्रदेश के उज्जैन में  ग्राम पटेलों का महाकुंभ आयोजित किया जा रहा है। हजारों लोग अपने अधिकार की मांग लेकर यहां पहुंचे हैं। आयोजन की शुरुआत ही चर्चा में बन गई है। ग्राम सरपंचों का साफा बांधकर एवं उनके चरण धोकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। 

बता दें कि आदर्श ग्रामीण पटेल संघ मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित महाकुंभ में मप्र के सभी जिलों के ग्राम पटेल भाग लेने पहुंचे हैं। अपने अधिकार की मांगों को लेकर ग्राम पटेलों का महाकुंभ चिंतामण गणेश मंदिर, महाकाल गार्डन पर आयोजित किया गया। जिसमें यह चर्चा की गई कि सरकार या तो ग्राम के पटेलों का पद सक्रिय करे या इसे समाप्त करे। प्रदेश अध्यक्ष राजेश पटेल चुमली ने बताया कि ग्राम पटेलों की नाराजगी का परिणाम आने वाले दिनों में सरकार को भुगतना पड़ेगा। ग्राम पटेल निस्वार्थ भाव से बिना किसी भेदभाव के गांव की सेवा करते हैं। उसी सच्चे जनसेवकग्राम पटेलों के साथ सरकार ने आज तक न्याय नहीं किया है, लेकिन अब गांव के पटेल इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगा। 

चर्चा की गई कि सरकार या तो ग्राम के पटेलों का पद सक्रिय करे या इसे समाप्त करे।


आदर्श ग्राम पटेल संघ के अध्यक्ष राजेश पटेल ने बताया राजस्व कि वसूली सहित अन्य जमीन से संबंधित कार्यों को शासन द्वारा पटवारी के हाथों में सौंपना पटेल समुदाय की अनदेखी है। महाकुंभ में ग्राम पटेलों ने सर्वानुमति से 24 दिसंबर 2022 को भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के बंगले का घेराव कर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। इस ग्राम पटेल महाकुंभ में पूरे मध्य प्रदेश से करीब 10,000 ग्राम पटेल ने भाग लिया। 
 

पूरे मध्य प्रदेश से करीब 10,000 ग्राम पटेल ने भाग लिया।

आयोजन में बताया गया कि मध्यकाल से चली आ रही ग्राम पटेल व्यवस्था वर्ष 2005 के बाद अपना अस्तित्व धीरे-धीरे खोती चली गई। ऐसे ही ग्राम पटेलों को उनके अधिकार व कर्तव्यों का बोध कराने पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2005 से पूर्व ग्राम प्रधान गांव में होने वाले छोटे-मोटे विवाद व समस्याओं का निराकरण किया करते थे और ग्रामीण भी प्रधान के निर्णय को मानते थे। साथ ही वह शासकीय कामकाज भी देखा करते थे। अब ग्राम पटेल पूर्व में निहित कार्यों के अलावा ग्राम सुरक्षा के लिए ग्राम सुरक्षा समिति का गठन भी कर सकते हैं जो ग्राम प्रधान बुजुर्ग हो चुके हैं उनके स्थान पर शिक्षित युवा पीढ़ी को अवसर मुहैया कराए ताकि वह समय-समय पर शासन की हितग्राही उन्मूलक योजनाओं पर पढ़कर व समझकर उन योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को दे सके। साथ ही ऐसे गांव जहां पटेल पद रिक्त पड़े हैं उन्हें भी शीघ्र भरा जाएगा।

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