लखनऊ के रईसजादे को आठ साल तक प्रेमजाल में फंसाकर एक महिला ने 40 लाख रुपये ऐंठ लिए। आरोपी महिला शहर के प्रतिष्ठित सराफा व्यवसायी शैलेश जड़िया आत्महत्या प्रकरण में हाईकोर्ट से जमानत पर थी। पुलिस ने गुरुवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। लखनऊ के किशोरगंज शहादतगंज निवासी व्यवसायी के बेटे मोहम्मद इरशाद ने सात दिसंबर को कोतवाली नगर में राहिला निवासी पुलिस लाइन जरैली कोठी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
उसने बताया, वर्ष 2011 में उसके मोबाइल से एक गलत नंबर लग जाने से उसकी राहिला से बात हुई थी। आरोप है कि इसके बाद राहिला लगातार उससे बातें करती रही। उसने प्रेमजाल में फंसाकर उसे बांदा बुला लिया। मुलाकात में पता चला कि उसका एक बेटा व बेटी है। उसकी शादी पुलिसकर्मी अमीरुद्दीन से हुई थी। इरशाद ने बताया कि वह राहिला को चाहने लगा था। उसका पूरा खर्च भी आठ साल तक उठाया। राहिला के बैंक खातों में तकरीबन 40 लाख रुपये तक जमा किए।जरैली कोठी में मकान बनाने के लिए भी पैसे दिए। वर्ष 2018 में उसका राहिला से झगड़ा हो गया। उसे यह भी पता चला कि उसके अलावा और भी कई लोग इसके प्रेमजाल में फंसे हैं। उसने राहिला से इस बारे में बात की तो उसने दुष्कर्म में फंसाने की धमकी दे डाली। इरशाद की तहरीर पर पुलिस ने राहिला, उसके दो भाई शाहिद और जाफर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। कोतवाली नगर इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ला ने बताया, गुरुवार को पुलिस ने उसे संकट मोचन मंदिर के पास से पकड़ा है। उसका मेडिकल परीक्षण कराकर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
सराफा व्यवसायी के आत्महत्या प्रकरण में है आरोपी
आरोपी महिला का शिकार शहर का एक सराफ व्यवसायी भी हो चुका है। उसके हुस्न के जाल में फंसे सराफा व्यवसायी शैलेश जड़िया ने आत्महत्या कर ली थी। इस प्रकरण में महिला को छह मई 2022 को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अभी वह हाईकोर्ट से जमानत पर थी।