झारखंड के महाधिवक्ता राजीव रंजन को बर्खास्त करने की मांग को लेकर भाजपा ने झारखंड विधानसभा में हंगामा किया। इस दौरान भाजपा के विधायकों ने आरोप लगाया कि महाधिवक्ता राजीव रंजन ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए खनन घोटाले के आरोपी को बचाने की साजिश में शामिल हैं।
भाजपा ने किया सदन में हंगामा
गुरुवार को जैसे ही सदन की शुरुआत हुई भाजपा के विधायक झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन के वेल में आ गए। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि सरकर खनन घोटाले को “मैनेज” करना चाहती है।
भाजपा ने राजीव रंजन और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद के बीच टेलीफोन वार्ता को लेकर मीडिया में चल रही खबरों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि खनन घोटाले के मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा के लिए वकील भेजने की योजना थी।
पंकज मिश्रा को किया गया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पंकज मिश्रा को 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सितंबर में केंद्रीय एजेंसी ने एक खुलासा किया था कि वह अपने सहयोगियों के जरिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में अवैध खनन कारोबार को नियंत्रित करता है।
वहीं, ईडी ने 16 सितंबर को पंकज मिश्रा और उनके दो सहयोगियों के खिलाफ रांची में विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष आरोप पत्र दायर किया था।
बाद में सदन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार मामले को ‘मैनेज’ करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सरकार अपराधियों को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। राज्य कहां जा रहा है, इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार को महाधिवक्ता को बर्खास्त करना चाहिए और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार को तत्काल हटा देना चाहिए।
कोरोना को लेकर दी प्रतिक्रिया
वहीं दूसरी ओर, झारखंड सरकार में मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि पिछली बार भारत सरकार ने कोरोना को हल्के से लिया था मगर इस बार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इस पर गंभीरतापूर्वक पहल की है। हमने भी हमारे विभाग के साथ बैठक की है। दूसरे देश जिस तरह से कोरोना को झेल रहे हैं, उसको देखते हुए हम पूरी तरह से तैयार हैं।
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ बातचीत की है। चीन और ऐसे अन्य देशों से आगे की उड़ानें और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को रोका जाना चाहिए।