अमृतसर पुलिस ने मजीठा रोड इलाके के कारोबारी से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले दोनों आरोपियों को 24 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने एक आरोपी को शुक्रवार देर रात एयरपोर्ट रोड पर हुए मुकाबले के बाद गिरफ्तार किया, जबकि मौके से फरार होने वाले दूसरे आरोपी को पुलिस ने पीछा करने के बाद शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों के कब्जे से 32 बोर के पिस्तौल और कारतूस बरामद किए हैं। गैंगस्टरों के साथ हुए मुकाबले में एससीपी नार्थ वरिंदर सिंह खोसा के रीडर हवलदार की टांग में गोली लग गई। पुलिस कमिश्नर जसकरण सिंह ने शनिवार को यह जानकारी पुलिस लाइन के कांफ्रेंस हाल में दी।
पुलिस कमिश्नर सिंह ने बताया कि शुक्रवार रात गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान गुमटाला बाईपास स्थित चर्च वाली गली किरण कालोनी निवासी अमर कुमार उर्फ भूंडा पुत्र राज कुमार और मूल रूप से तुंग बाला मजीठा रोड स्थित किरपाल कालोनी व हाल में मजीठा रोड स्थित 88 फुट रोड निवासी अजय पहलवान उर्फ अजय बाउंसर पुत्र बलकार के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि आरोपी बाउंसर पहले किसी संस्थान में बाउंसर के रूप में काम कर चुका है। उन्होंने बताया कि आरोपी भूंडा को तो मुकाबले के दौरान ही गिरफ्तार कर लिया गया जबकि बाउंसर वहां से निकल भागा। पुलिस ने इसका लगातार पीछा किया। उसने पुलिस से बचने के लिए एक छत से छलांग लगा दी, जिससे इसकी दोनों टागें टूट गई।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि शुक्रवार रात काबू किए गए आरोपी को सिविल अस्पताल में जबकि बाउंसर को गुरु नानक देव अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। यह आरोपी जल्द अमीर बनने के चक्कर में कारोबारी से रंगदारी वसूलने के प्रयास में थे। कल रंगदारी की राशि वसूलने आ रहे थे तभी पुलिस के साथ इनका मुकाबला हो गया। पुलिस दोनों से पूछताछ कर उनके द्वारा अन्य कारोबारियों को रंगदारी के लिए फोन करने के बारे में पता लगा रही है। इस अवसर पर डीसीपी (डी.) मुखविंदर सिंह भुल्लर भी मौजूद थे।
एडीसीपी सिटी-2, एसीपी नार्थ समेत 18 पुलिस कर्मी सम्मानित
पुलिस कमिश्नर जसकरण सिंह ने कारोबारी से रंगदारी के मामले में कार्रवाई करने वाले एडीसीपी सिटी-2 प्रभजोत सिंह, एसीपी नार्थ वरिंदर सिंह खोसा तथा इंस्पेक्टर हरिंदर सिंह समेत कुल 18 पुलिस कर्मचारियों को फर्स्ट क्लास सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया।
मुख्य सिपाही गुरजीत सिंह होंगे डीजीपी डिस्क से सम्मानित
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि एयरपोर्ट रोड पर रंगदारी मामले के आरोपियों के साथ हुए मुकाबले में गोली का शिकार बने मुख्य सिपाही गुरजीत सिंह को डीजीपी डिस्क से सम्मानित किया जाएगा। डीजीपी गौरव यादव ने कल रात हुए मुकाबले के बाद ही इसकी घोषणा कर दी थी।