थाना दाखा के गांव मडेआणी में रविवार रात एक दर्दनाक घटना में प्रवासी मजदूर परिवार की झुग्गी में आग लग गई। इसमें दो बच्चों की मौत हो गई। तीन बच्चों को आग की लपटों के बीच से बाहर निकाल लिया। बुरी तरह झुलसे बच्चों को पहले सिविल अस्पताल लुधियाना ले जाया गया जहां से उन्हें गंभीर हालत में चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। तीन बच्चों को पीजीआई चंडीगढ़ में दाखिल करवाया गया है, जिनमें से दो की हालत बहुत नाजुक बताई जा रही है। चार माह की एक बच्ची बाल-बाल बच गई।
जानकारी के अनुसार, मजदूर भूदन रात को काम पर गया था और उसकी पत्नी सुनीता बच्चों के साथ झुग्गी में सो रही थी। रात में अचानक दीया नीचे गिर गया और झुग्गी में आग लग गई और देखते देखते झुग्गी राख में तब्दील हो गई। आग में झुलसने से बिरजू (2 ) और सुथरा (4 ) की मौके पर ही मौत हो गई। चार बच्चों को सुनीता ने अपनी जान पर खेल कर बचा लिया। झुलसे परवीर (8) कोमल (6) और अपन (4) को गांव की एंबुलेंस में लुधियाना और फिर चंडीगढ़ ले जाया गया। इनमें परवीर और कोमल की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। चार महीने की इंदू, जो मां की गोद में सो रही थी, सकुशल बताई जा रही है।