जयपुर महाखेल में बोले पीएम मोदी- देश की रक्षा में युवा आगे

जयपुर महाखेल के फाइनल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चित्रकूट स्टेडियम में खिलाड़ियों को वर्चुअली संबोधित किया । मोदी ने  खिलाड़ियों से कहा- खेलों में हिट रहोगे, तभी सुपरहिट बनोगे। उन्होंने कहा- केंद्र सरकार ने खेल बजट बढाया है। खेलों के बजट को 800 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 2500 करोड़ रुपए किया गया है। केंद्र सरकार ने बजट पुरस्कार राशि भी बढ़ाई है। 

इस वीर भूमि के बच्चे अपने शौर्य से युद्ध के मैदान को खेल मैदान में बदल देते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जोशीले संबोधन में राजस्थान के राजस्थान की आन-बान-शान और वीरता को भी नमन किया। उन्होंने कहा – ‘इतिहास गवाह है कि इस वीर भूमि के बच्चे अपने शौर्य से युद्ध के मैदान को खेल के मैदान में बदल देते हैं। इसलिए अतीत से लेकर वर्तमान तक देश की सुरक्षा का जब भी सवाल उठता है, तो राजस्थान के युवा किसी से पीछे नहीं रहते। मोदी ने कहा-देश में शुरू हुआ खेल आयोजनों और खेल महाकुंभ का सिलसिला एक बड़े बदलाव का परिचायक है। राजस्थान की भूमि अपने युवाओं के उत्साह और क्षमता के लिए जानी जाती है।

राजस्थान की बाजरे की खिचड़ी और चूरमे को कोई नहीं भूल सकता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल संयुक्त राष्ट्र की ओर से घोषित ‘मिलेट्स ईयर’ को लेकर कहा-मोटे अनाज को श्री अन्न में शामिल किया गया है ।राजस्थान के बाजरे की खिचड़ी और चूरमे की तारीफ करते हुए पीएम मोदी बोले कि बाजरे की खिचड़ी चूरमें को कोई नहीं भूल सकता है।

राजस्थान के युवा कभी किसी से पीछे नहीं होते
पीएम मोदी ने जयपुर महाखेल महोत्सव के समापन समारोह में खिलाड़ियों और युवाओं से कहा- अभी हम सभी ने कबड्डी के शानदार खिलाड़ियों का खेल भी देखा। मैं देख रहा हूं इस समापन समारोह में कई ऐसे चेहरे मौजूद हैं, इन्होने भारत का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। राजस्थान की धरती तो अपने युवाओं के जोश और सामर्थ्य के लिए ही जानी जाती है। इस वीर धरा की संतान रणभूमि को भी अपने शौर्य से खेल का मैदान बना देती है। अतीत से लेकर आज तक जब भी देश की रक्षा की बात आती है, तो राजस्थान के युवा कभी किसी के पीछे नहीं होते।

आप जयपुर वालों ने तो सांसद भी ओलम्पिक पदक विजेता चुना
पीएम ने कहा- यहां के युवाओं के शारीरिक और मानसिक विकास में राजस्थानी खेल परम्पराओं का बड़ा योगदान रहा है। सैकड़ों सालों से मकर संक्रांति पर होने वाले दड़ा, सितोलिया, रूमाल झपट्टा जैसे परम्परागत खेल राजस्थान की रग-रग में रचे बसे हैं। इसलिए इस राज्य ने देश को कितनी ही खेल प्रतिभाएं दी हैं। कितने ही मेडल देखर तिरंगे की शान को बढ़ाया है। आप जयपुर वालों ने तो सांसद भी ओलम्पिक पदक विजेता चुना है। मुझे खुशी है कि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को देश ने जो दिया है, उसे वो सांसद खेल स्पर्द्धा के जरिए नई पीढ़ी को लौटाने का काम कर रहे हैं। हमें इस प्रयासों को और विस्तार देना है ताकि इसका प्रभाव और भी व्यापक हो। जयपुर महाखेल का सफल आयोजन हमारे ऐसे ही प्रयासों की अगली कड़ी है। इस साल 600 से ज्यादा टीमों का 6500 युवाओं का इसमें भाग लेना इसकी सफलता का प्रतिबिंब है। मुझे बताया गया है कि इस आयोजन में बेटियों की भी 125 से ज्यादा टीमों ने हिस्सा लिया है। बेटियों की यह बढ़ती भागीदारी एक सुखद संदेश दे रही है।

खेलों को सरकारी चश्मे से नहीं, खिलाड़ियों की नजर से देखा जा रहा
पीएम मोदी ने कहा-  आजादी के इस अमृतकाल में देश नई-नई परिभाषाएं गढ़ रहा है। नई व्यवस्थाओं का निर्माण कर रहा है। देश में पहली बार खेलों को सरकारी चश्मे से नहीं, खिलाड़ियों की नजर से देखा जा रहा है। युवा भारत की पीढ़ी के लिए कुछ भी असम्भव नहीं है। सामर्थ्य, स्वावलम्बन, स्वाभिमान और संसाधन की शक्ति जब युवाओं  को मिलती है, तो हर लक्ष्य आसान हो जाता है।

खेल मंत्रालय के बजट में 3 गुणा बढ़ोतरी
मोदी ने कहा-इस बार देश के बजट में खेल विभाग को करीब 2500 करोड़ रुपए का बजट मिला है। जबकि 2014 से पहले खेल विभाग का बजट 800 से 850 करोड़ रुपए के आसपास ही रह जाता था। 2014 के मुकाबले खेल बजट में लगभग 3 गुणा बढ़ोतरी हुई है। इस बार अकेले ‘खेलो इंडिया अभियान’ के लिए ही 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा का बजट दिया गया है। खेलों के हर क्षेत्र में संसाधानों और सुविधाओं का निर्माण करने में यह पैसा काम आएगा।

पहले संसाधान और सरकारी सहयोग की कमी आड़े हाथ आ जाती थी
मोदी ने कहा- पहले देश के युवाओं में खेल का जज्बा और प्रतिभा तो होती थी। लेकिन संसाधन और सरकारी सहयोग की कमी हर बार आड़े हाथ आ जाती थी। अब खिलाड़ियों के लिए इसका समाधान किया जा रहा है। मैं जयपुर महाखेल का ही उदाहरण दूंगा, जयपुर में यह आयोजन पिछले 5-6 साल से चल रहा है। देश के कोने-कोने में बीजेपी सांसद ऐसे ही अपने-अपने क्षेत्रों में खेल महाकुम्भों का आयोजन करवा रहे हैं। सैकड़ों खेल महाकुम्भों में अलग-अलग हजारों युवा भाग ले रहे हैं। नई प्रतिभाएं उभरकर सामने आ रही है। ये इसलिए मुमकिन हो पा रहा है, क्योंकि केंद्र सरकार जिला और स्थानीय स्तर तक स्पोर्ट्स फैसिलिटी बना रही है। देश के सैकड़ों जिलों में लाखों युवाओं के लिए स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। राजस्थान में भी केंद्र सरकार की ओर से कई शहरों में स्पोर्ट्स इंफ्रा का निर्माण हो रहा है। देश में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी बन रही है, खेल महाकुम्भ भी हो रहे हैं। नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को भी इस बार अधिकतम बजट दिया गया है।

पैसे की कमी से कोई युवा पीछे नहीं रह जाए
प्रधानमंत्री ने कहा- युवाओं को स्पोर्ट्स के इस क्षेत्र में करियर बनाने का मौका मिलेगा। पैसे की कमी के साथ कोई युवा पीछे नहीं रह जाए, इस पर भी हमारी सरकार का ध्यान है। बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को केंद्र सरकार अब सालाना 5 लाख रुपए तक मदद कर दी है। प्रमुख खेलों में राशि 3 गुणा तक बढ़ा दी गई है। ओलम्पिक जैसे खेलों में सरकार अपने खिलाड़ियों के साथ मजबूती से अब खड़ी रहती है। टॉक्स जैसी स्कीम के जरिए खिलाड़ी अपने खेलों की तैयारी कर रहे हैं।

फिट होंगे, तभी सुपरहिट होंगे
मोदी ने कहा किसी भी खिलाड़ी के लिए अपनी फिटनेस को मेंटेन रखना जरूरी होता है। फिट होंगे तभी सुपरहिट होंगे। जितनी खेल के मैदान में फिटनेस जरूरी, उतनी ही जिन्दगी के मैदान में भी जरूरी होती है। खेलो इंडिया के साथ-साथ फिट इंडिया भी बड़ा मिशन है। फिटनेस में खानपान और पोषण की भी बड़ी भूमिका होती है।

राजस्थान का बाजरे का खीचड़ा और चूरमा कोई भूल सकता है क्या ?
पीएम ने कहा-  मैं आपसे ऐसे अभियान की चर्चा करना चाहता हूं जिसकी भारत ने शुरूआत की, लेकिन अब वो ग्लोबल कैम्पेन बन गया है। भारत के प्रस्ताव पर यूएन 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर के रूप में मना रहा है। राजस्थान मोटे अनाज की समृद्ध परम्परा का घर है। इस मोटे अनाज को श्री अन्न के नाम से लोग जानें, यह बहुत जरूरी है। इस बार केंद्रीय बजट में भी इसका उल्लेख किया है। ये सुपरफूड श्री अन्न है। राजस्थान का श्रीअन्न बजरा, ज्वारा जैसे मोटे अनाज हैं। ये इसकी पहचान है। जो राजस्थान को जानता है कौन ये नहीं जानता। राजस्थान का बाजरे का खीचड़ा और चूरमा कोई भूल सकता है क्या ? मेरा युवाओं से विशेष आव्हवान है आप अपने खाने में श्री अन्न यानी मोटे अनाजों को शामिल करें। स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में खुद ही उसके ब्रांड एम्बेसेडर बनकर लग जाइए। युवा मल्टीटेलेंटेड और मल्टीडायमेंशियल हैं। देश युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए काम कर रहा है।

नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का प्रस्ताव भी बजट में किया
पीएम मोदी ने कहा- आधुनिक स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर और नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का प्रस्ताव भी इस बजट में किया गया है। विज्ञान, इतिहास, समाज शास्त्र, संस्कृत जैसी भाषाएं और शहर से लेकर गांव तक हर तरह की भाषाओं में किताब डिजीटली उपलब्ध होंगी। ये कम्प्यूटर और मोबाइल पर उपबल्ध होंगी।

स्पोर्ट्स केवल एक विद्या नहीं, बहुत बड़ी इंडस्ट्री
पीएम ने कहा- स्पोर्ट्स केवल एक विद्या ही नहीं एक बहुत बड़ी इंडस्ट्री भी है। स्पोर्ट्स से जुड़े चीजें और संसाधन बनाने से रोजगार भी बड़ी संख्या में मिलता है। देश में लघु उद्योग, MSME ये काम करते हैं। उन्हें भी मजबूत करने के लिए बजट में कई मह्तवपूर्ण घोषणाएं हुई हैं। पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान यानी पीएम विकास योजना ऐसे लोगों के लिए ही है, जो अपने हाथ के कौशल से हाथ के औजारों से स्वरोजगार करते हैं। जो सृजन और निर्माण करते हैं उन्हें ये योजना आर्थिक सहयोग से लेकर नए बाजार बनाने तक हर तरह की मदद देगी। हमारे युवाओं के लिए भी रोजगार और स्वरोजगार के बड़े अवसर बनाएगी।

आपसे से ही देश के अगले गोल्ड और सिल्वर मेडलिस्ट निकलेंगे
पीएम मोदी ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा – जहां प्रयास पूरे मन से होते हैं, वहां परिणाम भी सुनिश्चित होते हैं। देश ने प्रयास किए, परिणाम हमने टोक्यो ओलम्पिक्स कॉमनवेल्थ खेल में देखा। जयपुर महाखेल में भी आपके प्रयास भविष्य में शानदार परिणाम देंगे। आपमें से ही देश के अगले गोल्ड और सिलवर मेडलिस्ट निकलने वाले हैं। ठान लेंगे, तो ओलम्पिक्स में तिरंगे की शान रोशन करेंगे। मुझे विश्वास है हमार देश के युवा देश की कामयाबी को बहुत आगे तक लेकर जाएंगे।

एयरफोर्स के जांबाज विमान से तिरंगे के साथ उतरे
समापन समारोह में भारतीय वायु सेना के कमांडोज हवाई जहाज से तिरंगे के साथ छलांग लगाकर स्टेडियम  में उतरे। साथ ही पैरा मोटरिंग, मार्शल आर्ट और केन्द्र सरकार की जन कल्याण की योजनाओं की प्रर्दशनी भी लगाई गई।  जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की ओर से अपने क्षेत्र में यह मुकाबले कराए गए । कार्यक्रम में प्रदेश बीजेपी पदाधिकारी, नेता और नामचीन खिलाड़ी शामिल हुए।

630 टीमों ने हिस्सा लिया, 6 हजार खिलाड़ी शामिल हुए
सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने 15 जनवरी 2023 से जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में जयपुर महाखेल की शुरुआत की थी। जिसमें 630 टीमों ने हिस्सा लिया है। कोटपूतली, बानसूर, जमवारामगढ, झोटवाड़ा, विराट नगर, आमेर, शाहपुरा और फुलेरा विधानसभा क्षेत्र के 32 खेल मैदानों पर 512 पुरुषों और 128 महिलाओं की टीमों ने खेल में हिस्सा लिया। करीब 6 हजार खिलाड़ी इसमें शामिल हुए ।हर विधानसभा क्षेत्र में विजेता रहने वाली महिला-पुरूष टीमों को 21000 रुपए, रनर-अप टीमों को 11000 रुपए, लोकसभा स्तर पर महिला और पुरूष विजेता टीमों को 51000 रुपए, रनर-अप टीम को 31000 रुपए देकर सम्मानित गया। साथ ही राजस्थान कबड्डी फेडरेशन भी जयपुर महाखेल के 20 सर्वश्रेष्ठ खिलाडियों को स्पेशल ट्रेनिंग देगी।

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