त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार चरम पर है। बड़े बड़े नेता चुनाव प्रचार के लिए राज्य का दौरा कर रहे हैं। मंगलवार को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी खोवाई में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि काम पहले भी हो सकता था, लेकिन कम्युनिस्टों ने नहीं किया। कांग्रेस ने भी नहीं किया क्योंकि विकास उनके एजेंडे में नहीं था। घुसपैठ करवाते थे, यहां सुरक्षा में सेंध लगवाते थे। गरीबों के लिए आने वाली योजनाओं पर लूटपाट कराते थे।
ममता बनर्जी ने भाजपा पर बोला हमला
टीएमसी चीफ ममता बनर्जी भी राज्य के दौरे पर पहुंची और उन्होंने राजधानी अगरतला की सड़कों पर रोड शो किया। इस दौरान बड़ी संख्या में टीएमसी नेता और कार्यकर्ता भी उनके साथ राजधानी की सड़कों पर चले। अगरतला में ममता बनर्जी ने जनसभा को संबोधित भी किया। जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि यहां सीपीएम-कांग्रेस गठबंधन है, बंगाल में भाजपा, सीपीएम और कांग्रेस तीनों मिलकर हमारे खिलाफ बोलती हैं, उन्हें शर्म नहीं आती। सीपीएम की सरकार बंगाल में सालों थी लेकिन इन्होंने क्या किया? कांग्रेस चार साल साथ रहेगी लेकिन चुनाव से पहले पलटी मारेगी।
बता दें कि रविवार को टीएमसी ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। इस घोषणा पत्र में दो लाख नई नौकरियां सृजित करने, बेरोजगार युवाओं को हर महीने एक हजार रुपए का भत्ता देने का एलान किया है। टीएमसी ने कहा कि ‘विकास के बंगाल मॉडल’ के आधार पर यह घोषणा पत्र तैयार किया गया।
राजनाथ सिंह ने भी त्रिपुरा में रैली की
वहीं रक्षा मंत्री और भाजपा नेता राजनाथ सिंह मंगलवार को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला पहुंचे। यहां उन्होंने उनाकोटि और पश्चिम त्रिपुरा जिले में भाजपा की ‘विजय संकल्प’ रैलियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने त्रिपुरा के बच्चों को लालटेन जलाकर पढ़ते देखा है लेकिन जब से भाजपा की सरकार आई है तब से त्रिपुरा के हर गांव में बिजली पहुंची है। लोग कहते थे त्रिपुरा में भाजपा जीरो है और CPM सबकुछ है लेकिन 2018 में लोगों ने भाजपा को ज़ीरो से हीरो बना दिया। उन्होंने कहा कि पहले यहां बिजली नहीं आती थी लेकिन आज न सिर्फ यहां बिजली आ रही है बल्कि हम बांग्लादेश को भी बिजली दे रहे हैं।
त्रिपुरा चुनाव में भाजपा पूरी ताकत झोंक रही है। यही वजह है कि पार्टी के कई बड़े नेता राज्य का दौरा कर जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। राजनाथ सिंह के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मंगलवार को त्रिपुरा के दौरे पर हैं। योगी आदित्यनाथ बागाबासा और कल्याणपुर में जनसभाओं को संबोधित करते हैं। सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी त्रिपुरा का दौरा किया था और त्रिपुरा की बीजेपी सरकार के कामकाज जनता को गिनाए थे।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा भी त्रिपुरा पहुंचे और जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा कभी भी त्रिपुरा का बंटवारा नहीं होने देगी फिर चाहे राज्य में भाजपा की सरकार क्यों ही ना बने। सेपाहीजाला में रैली को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा कि भाजपा त्रिपुरा के लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक सशक्तिकरण करने के लिए सबकुछ करने के लिए तैयार है लेकिन बंटवारे के खिलाफ है। बता दें कि त्रिपुरा शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले प्रद्योत देबबर्मा ग्रेटर टिपरालैंड नाम से अलग राज्य की मांग कर रहे हैं।
मेघालय कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी को घेरा
मेघालय कांग्रेस के अध्यक्ष विंसेंट एच पाला ने आरोप लगाया है कि उत्तर पूर्व राज्यों के लोग भाजपा पर विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने ईसाईयों को मांगने वाला बना दिया है। भाजपा ने जहां भी पैर जमाए,जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश या कर्नाटक और असम में भी, ईसाई समुदाय मांगने वाला हो गया है। मेघालय में 75 फीसदी आबादी ईसाई है और वह भाजपा पर विश्वास नहीं करते हैं।